Coronavirus : जानिए कैसे आप भी अनजाने में खैनी के साथ साथ बांट रहे संक्रमण
Coronavirus कोरोना को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी। हथेली में तैयार कर समूह में साझा कर रहे खैनी।
मधुबनी, [प्रेम शंकर मिश्रा]। झंझारपुर दीप गांव के ब्रह्मदेव मंडल परंपरागत शैली में हथेली पर रगड़-रगड़कर खैनी (तंबाकू) तैयार कर रहे हैं। कोई मांग ले तो परहेज नहीं करते। आखिर मिथिला के आतिथ्य भाव को भी सहेजना है। यह भाव भारी पड़ सकता। मगर, इससे वे बेखबर हैं। देश-विदेश में कोरोना को लेकर दहशत है। मगर, इनके चेहरे पर तनिक भी भय नहीं।
एक की हथेली पर होता तैयार
कहते हैं, कोरोना-फोरोना खैनी के गंध से नजदीक भी नहीं आएगा। मधवापुर प्रखंड के एक टोला में बैठकी जमी है। बैठकी हो और तंबाकू नहीं चले। हो नहीं सकता। एक की हथेली पर तैयार खैनी कई लोग बांटकर होठों के नीचे दबा लेते हैं। आदत से मजबूर इनलोगों में भी कोरोना को लेकर सतर्कता नहीं है। अब्दुल रहमान, शाहिद अंसारी व सईद अंसारी एक साथ कहते हैं, डर त होइए, लेकिन समाजिकतो त रखबा के छै। हालांकि, एक भ्रांति गांवों में यह है कि खैनी में जो चूना मिलाते हैं उससे कोरोना मर जाता है।
स्थिति भयभीत करने वाली
कोरोना से लोग भले ही भयभीत नहीं हों। मगर, यह स्थिति भयभीत करने वाली है। क्योंकि तंबाकू का सेवन करने वाले लोग आदतों से परहेज नहीं कर पा रहे। चूंकि, एक संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से दूसरे के भी कोरोना वायरस का खतरा है। इसे देखते हुए तंबाकू का सामूहिक सेवन खतरे की घंटी है। राज्य में सीधे तंबाकू का सेवन करने वालों की बड़ी तादाद है।
तंबाकू का सेवन
करीब 20 फीसद लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। यानी, पांच में से एक व्यक्ति सीधे हाथों में तैयार कर खैनी के रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं। हालांकि इस बारे में सीएस डॉ. केसी चौधरी कहते हैं कि तंबाकू से कोरोना वायरस का कोई खतरा नहीं। हां, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की चीजों से खतरा अवश्य बढ़ जाता है। जरूरी है कि सामूहिक रूप से कोई काम करने से बचा जाए।
मजदूर अधिक कर रहे सेवन
इस एहतियात के बीच अधिक जरूरी है मजदूर वर्ग के लोगों को जागरूक करने की। क्योंकि निर्माण कार्य व खेतों में काम करने वाले मजदूर तंबाकू का अधिक सेवन करते हैं। इस बारे में चिकित्सक डॉ. अनिल चक्रवर्ती कहते हैं कि अभी इस तरह का खतरा नहीं है। क्योंकि, जिले में एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है। जो मामले आए वे निगेटिव हैं। हां, परहेज करने की जरूरत है। जिस व्यक्ति में इस तरह के लक्षण हैं वे जांच करा लें। साथ ही सामूहिकता से बचें।