कट‍िहार पूर्णिया ही नहीं मुजफ्फरपुर में भी हथियार का लाइसेंस दिलाने के नाम पर उगाही का खेल

मुजफ्फरपुर में एक व्यवसायी से 5.75 लाख की ठगी। देवरिया के एक रिटायर्ड फौजी रजनीश कुमार पांडेय पर लगाया आरोप सदर थाने में कराई गई प्राथमिकी दर्ज । मुजफ्फरपुर से लाइसेंस दिलाने के बदले नागालैंड का थमा दिया फर्जी लाइसेंस।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 09:16 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 09:16 AM (IST)
कट‍िहार पूर्णिया ही नहीं मुजफ्फरपुर में भी हथियार का लाइसेंस दिलाने के नाम पर उगाही का खेल
डेढ़ लाख रुपये में मुजफ्फरपुर से लाइसेंस दिलवाने का हुआ था सौदा।

मुजफ्फरपुर, जासं। लाइसेंसी हथियार दिलाने के नाम पर व्यवसायी से 5.75 लाख रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में श्रमजीवी नगर के व्यवसायी आलोक रंजन ने सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें देवरिया बुढानपुर के रिटायर्ड फौजी रजनीश कुमार पांडेय को आरोपित बनाया है। सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र सिन्हा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। 

बताया गया कि व्यवसायी का एक निजी कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटरशिप है। गत साल आरोपित उनकी दुकान पर आया था। बातचीत के क्रम में परिचय होने पर उक्त व्यक्ति ने खुद को रिटायर्ड फौजी बताया। परिचय होने के बाद बार-बार वह दुकान पर आने-जाने लगा। उसी क्रम में उसने हथियार का लाइसेंस दिला देने की बात कही। पीडि़त उसकी बातों में आ गए। लाइसेंस लेने की प्रक्रिया पूछी तो बताया कि डेढ़ लाख रुपये में मुजफ्फरपुर से लाइसेंस दिलवा दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ विभाग में खर्च देना होगा। उस पर भरोसा करते हुए व्यवसायी ने डेढ़ लाख रुपये उन्हें दिए। कुछ दिनों बाद और ढाई लाख रुपये विभाग में खर्च होने के नाम पर मांगने लगा। इसका विरोध किया तो समझाया जाने लगा। इसके बाद उनके द्वारा उन्हें ढाई लाख रुपये दिए गए। लेकिन इसके बाद कई माह बीत जाने पर भी लाइसेंस नहीं मिला तो उनसे संपर्क किया। इस पर उनके द्वारा 1.75 लाख रुपये और देने की बात कही गई। साथ ही कहा कि इतनी राशि में परिचित का लाइसेंस मिल जाएगा। लेकिन एक माह बाद भी काम नहीं हुआ। इस बीच कुछ दिनों बाद दुकान पर आकर नागालैंड से जारी लाइसेंस लाकर दिया।

व्यवसायी ने इसका विरोध किया। कहा कि मुजफ्फरपुर से लाइसेंस जारी की बात तय हुई थी। इस पर आरोपित द्वारा कहा गया कि नागालैंड के डीएम उनके साथी हैं। मुजफ्फरपुर के डीएम का तबादला हो गया है। नए डीएम भी आ गए हैं। जल्द ही लाइसेंस यहां पर ट्रांसफर करा दिया जाएगा। उसके बातचीत पर जब व्यवसायी को संदेह हुआ तो उन्होंने शहर के एक आम्र्स दुकानदार को लाइसेंस दिखाया। तब दुकानदार द्वारा इसे फर्जी बताया गया। इसके बाद वे हैरान हो गए। कहा गया कि आरोपित के द्वारा सरैया जैतपुर ओपी इलाके में भी इसी तरह से कई लोगों से ठगी की जा चुकी हैं।  

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