East Champaran: मशरूम का उत्पादन कर रोजगार सृजन की राह दिखा रही गोढ़वा की कालपति

पूर्वी चंपारण के गोढ़वा की रहने वाली कालपति देवी अन्य महिलाओं के लिए रोजगार सृजन की राह दिखा रही है। वे खुद मशरूम का उत्पादन कर बेहतर आय का सृजन भी कर रही हैं। हर माह में 20-25 बैग ओरेस्टर मशरूम का कर रही है उत्पादन।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 03:47 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 03:47 PM (IST)
East Champaran: मशरूम का उत्पादन कर रोजगार सृजन की राह दिखा रही गोढ़वा की कालपति
पूर्वी चंपारण। अपने उत्पादित मशरूम के साथ महिलाएं

पूर्वी चंपारण, जागरण संवाददाता। कोराना काल के बाद रोजगार की संभावनाओं को तलाशने की रफ्तार भी तेज हुई है। इसमें गोढ़वा की रहने वाली कालपति देवी अन्य महिलाओं के लिए रोजगार सृजन की राह दिखा रही है। वे खुद मशरूम का उत्पादन कर बेहतर आय का सृजन भी कर रही हैं। जन शिक्षण संस्थान से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर छोटे से घर में इस व्यवसाय को प्रारंभ किया। उसका कहना है कि घर के कार्यों के साथ वह मशरूम का उत्पादन आसानी से कर सकती हैं। पिछले कई महीनों से मशरूम की खेती के साथ आसपास की महिलाओं को इसके उत्पादन के गुर भी सिखा रही हैं।

 कालपति से प्रेरित होकर हाल ही में दस महिलाओं ने मशरूम की खेती प्रारंभ की है। वह अभी घर पर बैठे हर माह में 20-25 बैग ओरेस्टर मशरूम का उत्पादन कर अच्छी कमाई कर रही है। उनका कहना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना जरूरी है। हर महिला को सम्मान से जीने के लिए आगे बढ़कर स्वरोजगार से जुड़ना होगा। इसके लिए उन्हें कहीं भी बाहर जाने की भी जरूरत नही है। प्रशिक्षण प्राप्त कर घर में रहकर सम्मान के साथ अपनी आय को बढ़ा सकती है।

 महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने के लिए जन शिक्षण संस्थान की उन्होंने सराहना की। काल पति देवी बताती हैं कि हमारे गांव की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर जन शिक्षण संस्थान मोतिहारी पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य कर रही है। काल पति देवी मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर नायिका के रूप में जानी जाती है।

 निर्देश परियोजना पदाधिकारी मधु कुमारी ने कहा क‍ि मशरूम उत्पादन करना महिलाओं के लिए आसान है। वह घर पर रहकर इस कार्य को आसानी से कर सकती है। इससे उनकी आय बढ़ने के साथ रोजगार सृजन का एक नया अवसर मिल रहा है।

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