एलएस कॉलेज में अब पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी, होने जा रही यह व्यवस्था

लंगट सिंह कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पढाई के साथ-साथ नौकरी हासिल करने का भी सुअवसर प्राप्त होगा

By Edited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 05:22 PM (IST)
एलएस कॉलेज में अब पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी, होने जा रही यह व्यवस्था
एलएस कॉलेज में अब पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी, होने जा रही यह व्यवस्था
मुजफ्फरपुर, (जेएनएन)। लंगट सिंह कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है कि अब उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी हासिल करने का भी सुअवसर प्राप्त होगा। इसके लिए प्राचार्य प्रो. ओपी राय ने पहल की है। इनकी पहल के बाद श्रम संसाधन विभाग ने कैंपस प्लेसमेंट में दिलचस्पी दिखाई है।
एक हजार विद्यार्थियों को नियोजित करने का लक्ष्य
लक्ष्य है कि 100 विद्यार्थियों को एक बैच में और कम से कम 1000 विद्यार्थियों को सालाना नियोजन के द्वारा रोजगारोन्मुखी बनाकर उनका कॅरियर संवारा जाय। अवर प्रादेशिक नियोजनालय, मुजफ्फरपुर के अधिकारी एसएन सुधाकर ने प्राचार्य के साथ बैठकर नियोजन मेला की रूप-रेखा व तैयारियों पर विमर्श किया।
26-28 अक्टूबर तक नियोजन मेला
प्राचार्य ने बताया कि कैंपस सेलेक्शन के लिए 26 से 28 अक्टूबर तक तीन दिनों का नियोजन मेला लगेगा। कॉलेज के लिए यह गर्व का विषय है कि वह अपने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ नियोजन का मौका भी उपलब्ध करा रहा है। इस मौके पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण, यूनिवर्सिटी इतिहास विभाग के शिक्षक डॉ. पंकज राय, विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के शिक्षक डॉ. दीपक कुमार भी मौजूद थे।
25 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
नियोजन मेला में लंगट सिंह कॉलेज को प्राथमिकता मिलेगी, मगर दूसरी जगहों के अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। नौकरी पाने के लिए 25 दिनों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी अवर प्रादेशिक नियोजनालय के द्वारा कॉलेज में टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) के द्वारा 25 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित होगा। उसमें जो भी विद्यार्थी पासआउट होंगे उनका प्लेसमेंट किया जाएगा।
दूसरी कपंनी से भी हो रही बात
2014 के बाद के सभी कक्षाओं के 25 साल आयुवर्ग के विद्यार्थी इस नियोजन मेला में भाग ले सकेंगे। टेस्ट लेकर योग्य विद्यार्थियों का चुनाव किया जाएगा। ट्रेनिंग लेने के बाद 30 से 35 फीसद विद्यार्थी अंतिम रूप से चयनित हो पाते हैं, क्योंकि इस दौरान उन्हें तमाम स्पद्र्धाओं से गुजरना होता है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण ने कहा कि हाल के दिनों में प्लेसमेंट नहीं हुआ है। प्राचार्य ने बताया कि टीसीएस के अलावा भी एक कंपनी पाइपलाइन में है जिससे एमओयू के लिए प्रयास चल रहा है। अगर यह प्रयास सफल हो पाया तो प्लेसमेंट के लिए वह कंपनी भी कॉलेज आएगी।
ये होगा पैटर्न
संभावित भीड़ को देखते हुए नियोजन मेला से पहले ही अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन लेने का प्रयास किया जाएगा। अगर भीड़ काफी रही तो उस दिन भी काउंटर पर रजिस्ट्रेशन लिया जाएगा। प्लेसमेंट का प्रॉसेस बाद में बताया जाएगा। सबसे पहले रिटेन, उसके बाद एचआर राउंड फिर टीआर होगा। इसके उपरांत एमआर राउंड यानी फाइनल होगा। सब एक ही दिन पूरा कर लिया जाएगा। ट्रेनिंग में मेडिकल, अंग्रेजी दक्षता, गणित, रिजनिंग वगैरह टेस्ट पेपर देने होंगे। टेस्ट लेकर श्रम विभाग स्पेशल ट्रेनर को देगा और ट्रेनर एचआर टीम को सौंपेगा।
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