पश्चिम चंपारण की जीविका दीदियां 1 लाख 80 हजार पौधों का तैयार कर रही नर्सरी

West Champaran News जिले की जीविका दीदियां मास्क बनाने के साथ-साथ तैयार कर रही हैं नर्सरी। मुख्यमंत्री पौधशाला योजना के तहत 9 समूह की जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। इस योजना के तहत उनके द्वारा नर्सरी में तैयार किए गए सभी पौधे वन विभाग के द्वारा ले लिया जाएगा।

By Murari KumarEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 03:45 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 03:45 PM (IST)
पश्चिम चंपारण की जीविका दीदियां 1 लाख 80 हजार पौधों का तैयार कर रही नर्सरी
पश्चिम चंपारण में नर्सरी में लहलहाते पौधे।

पश्चिम चंपारण, जागरण संवाददाता।  जिले की जीविका दीदियां स्वरोजगार के साथ -साथ लोगों की सेहत पर भी ख्याल रखती हैं। कोरेाना काल में एक ओर जहां मास्क बनाने का काम कर रही है, तो दूसरी ओर इससे लोगों को बचाव के लिए टीकाकरण अभियान में भी महत्वपूर्ण हिस्सा ले रही हैं। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इस बार दीदी की नर्सरी के माध्यम से 1 लाख 80 हजार पैधे तैयार करने का लक्ष्य रखा है। 9 नर्सरी में पोधे भी लगाए गए हैं, जो जुलाई तक तैयार होने की बात बताई गई है। उनके द्वारा तैयार किए गए पौधे सरकार के मिशन 5 करोड़ में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इस बार राज्य सरकार ने इस योजना के तहत पूरे राज्य में 5 करोड़ पौधे लगावाएगी।

 हालांकि अब तक वन विभाग की ओर से इस वर्ष के पौधरोपण के लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। लेकिन वन संरक्षक एचके राय ने विभिन्न स्रोतों से करीब 12 लाख पौधे उपलब्ध होने की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री पौधशाला योजना के तहत 9 समूह की जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। इस योजना के तहत उनके द्वारा नर्सरी में तैयार किए गए सभी पौधे वन विभाग के द्वारा ले लिया जाएगा। इसके लिए वन विभाग एवं जीविका समूह के बीच एकरारनामा बनाया गया है। इसके तहत जीविका समूहों को 40 फीसदी राशि मिल गई है।

 पिपरासी प्रखंड के जीविका समूह की कांति देवी, भितहां प्रखंड की दीदी उर्मिला ने बताया कि शेष राशि उन्हें पौधे तैयार होने पर मिलेगी। इसके अलावा मिशन 5 करोड़ के अभियान में जीविका दीदियों को जिले में 6लाख 15 हजार पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह जीविका की ओर से प्रखंड वार जिम्मेवारी सौंपी गई है। जीविका मिशन के एसडी प्रबंधक नरेश कुमार की माने, तो प्रत्येक जीविका दीदी को 2 से 5 पौधे लगाने का जिम्मा दिया गया है। अगर निर्धारित संख्या में पौधे लगाए जते हैं, तो यह निश्चित रूप से पर्यावरणस संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगी। 

पौधरोपण में पिछले वर्ष भी रहा महत्वपूर्ण योगदान 

पौधरोपण में जीविका दीदियों का पिछले वर्ष भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। जिले के विभिन्न समूहों के द्वारा 2 लाख से अधिक पौधे लगाए गए। पौधे वन विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए थे। जबकि दीदी की नर्सरी के माध्यम से भी वन विभाग को पौधे दिए गए थे। इस बार के पौधरोपण में सागवान, शीशम, सैगुन, आंवला आदि के पौधे लगाए जाएंगे। वहीं सामाजिक वानिकी के तहत जीविकों दीदियों को अपने यहां फलदार पौधे लगाने की बात कही गई है।

इस संबंध में जीविका मिशन के पश्चिम चंपारण जिला कार्यक्रम प्रबंधक अविनाश कुमार  ने कहा कि जिले की जीविका दीदियां अपने जीविकोपार्जन के साथ -साथ विभिन्न योजनाओं से तालुकात रखते हुए बेहतर काम कर रही हैं। 

chat bot
आपका साथी