आरसीपी के कारण विस चुनाव में तीसरे नंबर पर पहुंचा जदयू, उपेंद्र कुशवाहा के सामने फूटा कार्यकर्ताओं का दर्द
इशारों ही इशारों में कार्यकर्ताओं ने आरसीपी सिंह के नेतृत्व पर सवाल उठाए। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी में सबको सम्मान मिलने का दिया भरोसा। कहा सीएम नीतीश के नेतृत्व में काम करना सौभाग्य की बात।
मुजफ्फरपुर, [अमरेंद्र तिवारी]। न केवल जदयू नेता वरन कार्यकर्ताओं को भी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पार्टी के तीसरे नंबर पर जाने का बहुत मलाल है। उनका यह दर्द समय-समय पर सामने आते रहता है। गुरुवार की देर शाम जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के समक्ष कार्यकर्ताओं का दर्द फूटा। प्रखंडों के भ्रमण के बाद देर शाम कुशवाहा पूर्व समाजवादी नेता कमलू बाबू के आवास पर पहुंचे। वहां उनको श्रद्धांजलि देने के बाद चिंतन शिविर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठे। जिला जदयू से असंतुष्ट एवं पार्टी के समताकाल के नेता चिंतन शिविर नाम से पार्टी बचाव अभियान चला रहे हैं। इसके कार्यकर्ताओं ने बिना नाम लिए आरसीपी सिंह को पार्टी की वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया।
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उन्होंने पार्ट टाइम नेताओं को पद दिए जाने और केवल प्रकोष्ठ बनाए जाने पर भी सवाल उठाए। कहा, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। फायदा बस इतना हुआ, पार्टी में वैसे नेता आ गए जिनका राजनीति से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं। जदयू का झंडा व बैनर गाड़ी पर लगाकर घूम रहे हैं। यह उनका स्टेट्स सिंबल बनकर रह गया। चुनाव परिणाम पर इसका प्रभाव दिखा। एक समय था जबकि जदयू बिहार में नंबर 1 पार्टी थी। आज 3 नंबर पर है। पार्ट टाइम नेता व दल विरोधियों के कारण ऐसी स्थिति हुई है। समर्पित और काम करने वाले नेता पीछे हैं।
सबको सुनने के बाद कुशवाहा ने कहा, नीतीश के नेतृत्व में काम करना सौभाग्य की बात है। चीजों को देखने के लिए ही मैं पूरे बिहार के दौरे पर निकला हूं। कहीं न कहीं यह बात आ रही है कि कार्यकर्ताओं को सुननेवाला कोई नहीं है। उनकी भावना सुनी जाए। अब ऐसा ही होगा। जिस मकसद से पार्टी बनी थी, उसे पूरा करने लिए आप सब मन मिजाज बनाकर रखें।
आगे कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सरकार चलाने के लिए पर्याप्त समय दें। सरकार और संगठन दोनों पर एक साथ नजर रखना संभव नहीं है। इसलिए मैं बिहार की यात्रा पर हूं। जिस दिन मैंने रालोसपा छोड़ी थी, उस दिन ही कहा था कि एक बार फिर जदयू को नंबर वन बनाना है। इसी मकसद को लेकर हर जगह जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं। आने वाले दिनों में सबको सम्मान मिलेगा। नए कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही महिलाओं व सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए पार्टी आगे बढ़ेगी। मुजफ्फरपुर को क्रांतिकारियों की धरती कहा। सभी लोगों से अपील की कि पूरी ऊर्जा के साथ पार्टी का काम करें। पार्टी आगे उनको सम्मान देगी। इस मौके पर प्रोफेसर सत्येंद्र कुमार टूनटून ने वित्त रहित शिक्षकों को वेतन सहित वाले शिक्षक बनाने की मांग की। कुशवाहा ने उनके मांग का समर्थन किया। चिंतन शिविर के कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित गोष्ठी का संचालन अशोक कुमार सिंह ने किया। सौरभ कुमार साहब, रंजीत साहनी, रामाशंकर सिंह, शैलेश कुमार शैलू, ठाकुर हरि किशोर सिंह, महिला नेत्री किरण देवी आदि ने पार्टी के अंदर हो रही कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की बात कही। उपेंद्र कुशवाहा ने सबकी सुनी। इससे पहले उन्होंने महान समाजवादी नेता कमलेश्वरी प्रसाद सिन्हा कमलू बाबू, पूर्व जिला अध्यक्ष हरि नारायण सिंह व पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। उपेंद्र कुशवाहा और पार्टी कार्यकर्ताओं का स्वागत पूर्व महानगर अध्यक्ष अमरीश कुमार सिन्हा ने किया। इस मौके पर विधायक पंकज मिश्रा, मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ नवीन कुमार, उद्यमी शिव शंकर साहू ,एसकेएमसीएच कर्मचारी यूनियन के नेता शिलाजीत सिंह, पूर्वी चंपारण के नेता प्रदेश महासचिव रामपुकार सिन्हा, विभात कुमार सिंह, पूर्व जदयू जिला अध्यक्ष हरिओम कुशवाहा, अमरनाथ चंद्रवंशी, राशि खत्री, जानकी श्रीवास्तव, कुंदन शांडिल्य, विजय कुमार साहनी, रामबाबू कुशवाहा, पूर्व महानगर अध्यक्ष मेंहदी हसन, पंकज किशोर पप्पू आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।