जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अब दरभंगा में एमपी फंड से खरीदी गई एंबुलेंस के सड़ने पर उठाए सवाल

सारण के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के गांव में 50 एंबुलेंस रखे जाने का मामला उठाने के बाद जाप सुप्रीमो ने अब दरभंगा में सड़ रही एंबुलेंस का मामला उठाया है। ये पूर्व सांसद कीर्ति झा आजाद के कार्यकाल में खरीदी गई थीं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 08:24 AM (IST)
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अब दरभंगा में एमपी फंड से खरीदी गई एंबुलेंस के सड़ने पर उठाए सवाल
दरभंगा के खेल मैदान बेंता ओपी में एंबुलेंस सड़ रही हैं। फोटो: ट्वीटर

मुजफ्फरपुर, आनलाइन डेस्क। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सारण से लोकसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के गांव में बेकार पड़े 50 एंबुलेंस का मामला उठाकर सनसनी फैला दी। इसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप का क्रम शुरू हो गया है। इसी बीच उन्होंने दरभंगा के खेल मैदान बेंता ओपी में सड़ रही एंबुलेंस का मामला उठाया है। इसकी जानकारी तस्वीर के साथ उन्होंने ट्वीटर पर साझा की है। कहा है कि दरभंगा के पूर्व सांसद कीर्ति झा आजाद के समय 32 लाख की लागत से ये एंबुलेंस खरीदी गई थीं। आज बिना उपयोग के ही सड़ रही हैं। उन्होंने वर्तमान सांसद की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।

यहां जिम्मेदारी सरकार की है, जिला प्रशासन की है, तत्कालीन सांसद ने जनहित में इतना बढ़िया एम्बुलेंस खरीदकर सौंप दिया। संचालन प्रशासन को करना था तो उसने सड़ने छोड़ दिया। बाकी अभी के सांसद तो कमाल के हैं ही। — Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 9, 2021

वर्तमान कोरोना संक्रमण काल में मेडिकल सुविधाओं की कमी के कारण हाहाकार वाली स्थिति है। इसके बीच पूर्व सांसद व जाप प्रमुख पप्पू यादव व्यवस्था को आईना दिखा रहे हैं। बता रहे हैं कि लापरवाही के कारण आज गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा समय पर नहीं मिल पा रही है। शनिवार को उन्होंने सारण के सांसद राजीव प्रतात रूडी से जुड़े पर्दाफाश किए थे। वहीं, रविवार की सुबह उन्होंने दरभंगा में एंबुलेंस को लेकर व्याप्त अव्यवस्था पर से पर्दा हटाया। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि दरभंगा के सांसद रहे कीर्ति झा आजाद के कार्यकाल में 32 लाख रुपये प्रति एंबुलेंस की दर से इन एंबुलेंस को खरीदा गया था। इसमें हाइटेक लाइफ सपोर्ट सिस्टम, एक्सरे व जेनरेटर की सुविधा है। बावजूद इसके ये सड़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर गंभीर मरीज एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे। जिसकी वजह से उन्हें कई बार तो जान से भी हाथ धोना पड़ जाता है।

पप्पू यादव ने इन एंबुलेंसों के अभी तक रजिस्ट्रेशन भी नहीं होने को घोर लापरवाही करार दिया है। पूछा है, यहां जिम्मेदारी सरकार की है? या जिला प्रशासन की है? तत्कालीन सांसद ने जनहित में इतना बढ़िया एम्बुलेंस खरीदकर सौंप दिया। संचालन प्रशासन को कराना था, उसने सड़ने छोड़ दिया। बाकी अभी के सांसद तो कमाल के हैं ही। जाप सुप्रीमो के वर्तमान भाजपा सांसद गोपालजी ठाकुर पर टिप्पणी किए जाने से इस बात की आशंका है कि यहां भी मामला तूल पकड़ सकता है। आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो सकता है। 

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