मुजफ्फरपुर में इंटर में नामांकन को चौथे दिन शुरू हुई प्रक्रिया, 4604 आवेदन आए
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 19 से 28 जून तक आवेदन की तिथि निर्धारित की गई थी। पहले तीन दिनों तक पोर्टल तकनीकी खराबी से नहीं खुल सका। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से आए अभ्यर्थी आवेदन के लिए चक्कर काटते रहे।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले के सभी 126 संस्थानों में इंटर में नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया चौथे दिन बुधवार को शुरू हो सकी। इसके बाद शाम तक बोर्ड की साइट पर 4604 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। दरअसल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 19 से 28 जून तक आवेदन की तिथि निर्धारित की गई थी। पहले तीन दिनों तक पोर्टल तकनीकी खराबी से नहीं खुल सका। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से आए अभ्यर्थी आवेदन के लिए चक्कर काटते रहे।
साइबर कैफे संचालकों ने बताया कि 22 जून की देर शाम से पोर्टल ने काम करना शुरू कर दिया। हालांकि 23 जून की सुबह आवेदन के लिए एक साथ सूबे के सभी जिलों के अभ्यर्थियों ने प्रयास करना शुरू किया तो फिर से परेशानी होने लगी। शाम में फिर यह सामान्य हो गया। जिले में 70 हजार से अधिक सीटों पर नामांकन होना है। अभ्यर्थियों के पास 28 जून तक का समय है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से पिछले वर्ष नामांकन के आधार पर तीन कटआफ उपलब्ध कराई गईं, लेकिन इनमें प्रमुख 40 संस्थानों में नामांकन का कटआफ नहीं दर्शाया गया है। इससे अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है। समस्या यह है कि यदि कम अंक वाले इन संस्थानों को वरीयता देते हैं तो उच्च कटआफ होने से उनका नाम यहां मेधा सूची में नहीं आ सकेगा। ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इससे छात्रों को नामांकन करने में समस्या आ रही है।
पर्यावरण संरक्षण को अवश्य लगाएं पौधे
मोतीपुर (मुजफ्फरपुर), संस : पर्यावरण की सुरक्षा जीवन के लिए अहम है। इसका संरक्षण पेड़-पौधे लगाकर ही हो सकता है। यह कहना है बरुराज थाना क्षेत्र के अंडौल निवासी उमाशंकर सिंह का। वे पेशे से कृषि सलाहकार हैं जो 20 वर्षों से पर्यावरण के सुरक्षा के लिए प्रति वर्ष सैकड़ों पौधे लगाते हैं। वे पौधे लगाने के लिए लोगों को प्रेरित भी करते हैं। बुधवार को उन्होंने अपनी पत्नी चंदना कुमारी के साथ पौधारोपण किया। उनका लक्ष्य 551 फलदार और वन पौधे लगाने का है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा पर वर्ष 2001 में जिला स्कूल में सेमिनार का आयोजन किया गया था जिसमें उनकी प्रदर्शनी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था। वहीं से उन्होंने पौधारोपण का संकल्प लिया। कहा कि आक्सीजन के लिए पौधे का होना बहुत जरूरी है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को पौधे लगाने चाहिए।