चार सेमेस्टर की अवधि बीती इंटीग्रेटेड बीएड के विद्यार्थियों को पहले की परीक्षा का इंतजार

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के चार बीएड कॉलेजों में संचालित चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के पिछले सत्र की परीक्षाओं के लिए अबतक छात्र-छात्राओं को इंतजार है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:37 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:37 AM (IST)
चार सेमेस्टर की अवधि बीती इंटीग्रेटेड बीएड के विद्यार्थियों को पहले की परीक्षा का इंतजार
चार सेमेस्टर की अवधि बीती इंटीग्रेटेड बीएड के विद्यार्थियों को पहले की परीक्षा का इंतजार

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के चार बीएड कॉलेजों में संचालित चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के पिछले सत्र की परीक्षाओं के लिए अबतक छात्र-छात्राओं को इंतजार है। सत्र 2019-23 के विद्यार्थियों की अबतक चार सत्र की परीक्षाएं हो जानी चाहिए थीं, लेकिन विवि और कॉलेज की ओर से की गई लापरवाही और इसके बाद कोरोना के संक्रमण ने ऐसा फंसाया कि छात्र अपने भविष्य को लेकर चितित हो रहे हैं। उनका कहना है कि दो वर्ष बीत जाने के बाद अबतक एक भी सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हो सकी है। ऐसे में चार वर्ष के कोर्स के पूरा होने में आठ वर्ष लग जाएंगे।

बता दें कि सत्र 2019-23 में विवि के चार कॉलेजों में करीब दो सौ छात्रों ने दाखिला लिया था। इनके रजिस्ट्रेशन के लिए कॉलेज की ओर से पहल नहीं की गई। वहीं, विवि ने भी इस दिशा में पहल नहीं की। पिछले वर्ष जब छात्रों ने परीक्षा के लिए दबाव बनाया तो विवि की ओर से कहा गया कि अबतक रजिस्ट्रेशन ही नहीं हुआ है। इसके बाद आननफानन में रजिस्ट्रेशन कराकर परीक्षा फॉर्म भरवाया गया। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि रजिस्ट्रेशन नहीं होने से इस परीक्षा में पेच फंसा। फॉर्म भराने के साथ ही परीक्षा की तिथि जारी कर दी गई। इसके बाद कोरोना से विवि और कॉलेजों को बंद करने का निर्देश दिया गया। परीक्षा 26 अप्रैल से प्रस्तावित थी। उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र कोरोना का संक्रमण कम हो और फिर से परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया जाए। बता दें कि इसके बाद सत्र-2020-24 में भी करीब 350 से अधिक छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया है। उनकी भी परीक्षाएं अभी नहीं हो सकी हैं। उनके नामांकन का भी एक वर्ष बीत गया है।

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