मुजफ्फरपुर के खालिकनगर गौड़ीहार में कैंसर के कारण की जांच को स्वास्थ्य मंत्रालय से पहल

सांसद अजय निषाद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जांच को लिखा था पत्र। होमी भाभा कैंसर अनुसंधान केंद्र व अस्पताल की टीम ने की स्क्रीनिंग दो मिले संदिग्ध। कैंसर के डेंजर जोन में सकरा पैगंबरपुर में भी होगी स्क्रीनिंग। दैनिक जागरण में खबर छपने के बार हरकत में विभाग।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:48 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:48 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के खालिकनगर गौड़ीहार में कैंसर के कारण की जांच को स्वास्थ्य मंत्रालय से पहल
टीम के सामने ग्रामीणों ने बताया कि पैगंबरपुर में कैंसर से लोग पीडि़त हैं।

मुजफ्फरपुर, जाटी। सकरा कैंसर का डेंजर जोन बन गया है। खालिकनगर गौडीहार में बीस लोगों के कैंसर से मरने की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। सांसद अजय निषाद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर कैंसर के कारण को पता लगाने की मांग की। सांसद ने कहा कि वह खुद वहां जाकर स्थिति का जायजा लेेंगे। गांव या आसपास जो भी मरीज मिलेंगे, उसके इलाज में सरकार से सहयोग कराया जाएगा। इस बीच दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में है। मंगलवार को गांव मे होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र की टीम ने स्कीनिंग की। 36 की स्क्रीनिंग में दो संदिग्ध मरीज मिले। टीम ने लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया। टीम के सामने ग्रामीणों ने बताया कि पैगंबरपुर में कैंसर से लोग पीडि़त हैं। टीम वहां भी जाकर जांच करेगी। 

दूसरे दिन गांव में आई टीम

खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को दूसरे दिन होमी भाभा केंसर अस्पताल अनुसंधान केंद्र की ओर से स्क्रीनिंग की गई। डा. दिव्या किरण ने बताया कि आज की जांच में दो लोग संदिग्ध मिले। पंचायत के मुखिया महेश शर्मा ने कहा कि दो दिनों में मात्र 84 लोगों की जांच हुई है। उन्होंने डीएम को पत्र भेजकर वार्ड स्तर पर जांच कराने की मांग की ताकि लोगों को इस जानलेवा बीमारी के कारणों का पता चल सके। साथ ही लोगों के जीवन की रक्षा हो सके। स्क्रीनिंग को आई टीम ने लोगों को जागरूक किया। डा. किरण ने बताया कि संतुलित खानपान और समय रहते अगर इसकी जांच एवं उपचार करा लिया जाए तो लोग कैंसर जैसी बीमारी से भी ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कैसर होने के प्रमुख लक्षण, पहचान, बचाव के लिए जरूरी उपायों की जानकारी दी। शरीर के किसी अंग में सूजन या गांठ हो, तिल-मस्से के आकार या रंग में परिवर्तन होना, घाव का न भरना, लगातार बुखार होना और वजन में कमी इसके मुख्य लक्षण है। अगर ऐसा लक्ष्ण हो तो जांच करावे। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने कहा कि सकरा पीएचसी प्रभारी को प्रभावित गांव में जागरूकता व स्क्रीनिंग में सहयोग करने को कहा गया है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र की टीम को जांच व कारण को पता लगाने में हर तरह से सहयोग किया जाएगा।  

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