सदर अस्पताल से महिला को भगाया, दवा नहीं मिले पर फाड़ दिया पर्ची
सदर अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को रेफर करने का सिलसिला जारी है।
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को रेफर करने का सिलसिला जारी है। बुधवार को शहरी इलाके की रीमा देवी नामक महिला को स्वजन रिक्शा से लेकर आए। उसे भर्ती नहीं किया गया। स्वजनों ने गाली-गलौज की और निजी अस्पताल लेकर चल दिए। उस मरीज का पर्चा भी नहीं काटा गया। वहीं मानसिक रोग विभाग में इलाज को पहुंचे सकरा के रमण कुमार ने चिकित्सक को दिखाया। डॉ.एके झा ने उनका इलाज किया। वह जब दवा लेने वितरण काउंटर गए तो वहां दवा नहीं मिली। वह वापस चिकित्सक कक्ष में गए और आक्रोश जताते हुए पर्चा फाड़कर चल दिए। इस तरह दवा नहीं मिलने से नाराज मरीज कर्मियों से उलझते रहे।
रिपोर्ट देने के बाद नहीं मिल रही दवा : मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.एके झा ने बताया कि लॉकडाउन से पहले ही दवा खत्म है। इसके लिए उन्होंने सिविल सर्जन सहित अन्य वरीय अधिकारियों को अवगत कराया है। बताया कि दवा के लिए पर्याप्त राशि सरकारी खजाने में है। रोज मरीजों का आक्रोश झेल रहे हैं। इधर, कोरोना को लेकर मानसिक रोगियों की संख्या अचानक बढ़ रही है। तनाव, डिप्रेशन के मरीज आ रहे हैं।
सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिह ने कहा कि महिला विभाग से बिना इलाज मरीज को भगाना दुखद है। प्रबंधक से रिपोर्ट मांगी गई है। दो दिन में कितने मरीज आए व कितने प्रसव हुए इसकी रिपोर्ट ली जाएगी। मनोरोग विभाग में दवा की समीक्षा कर अविलंब दवाएं उपलब्ध होंगी। एक महिला मरीज की शिकायत मिली कि उसको खून की कमी थी। ब्लड बैंक से ब्लड लेकर चढ़ाने का निर्देश दिया गया। अगर उसका इलाज नहीं हुआ तो उसके लिए जो जवाबदेह होंगे उनपर सख्त एक्शन होगा।