मुजफ्फरपुर के मुशहरी में प्राक्कलित राशि से अधिक निकाल वेलनेस सेंटर छोड़ दिया अधूरा

विभागीय उदासीनता के कारण स्वास्थ्य उपकेंद्र को अपग्रेड कर वेलनेस सेंटर के नाम पर भवन में तोडफ़ोड़ की गई। आवश्यकता से अधिक राशि भी निकासी की गई लेकिन सालभर से भवन का जीर्णोद्धार अधूरा है। टीकाकरण के लिए स्कूल पंचायत भवन सामुदायिक भवन का सहारा लेना पड़ा है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 09:03 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 09:03 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के मुशहरी में प्राक्कलित राशि से अधिक निकाल वेलनेस सेंटर छोड़ दिया अधूरा
पीएचसी से संचिका भी हो गई गायब, 11 स्वास्थ्य उपकेंद्र में काम शुरू, तीन पूर्ण।

मुशहरी (मुजफ्फरपुर), जासं। कोरोना काल मे एक तरफ स्वास्थ्य सुविधा के लिए लोगों में त्राहि त्राहि मची रही। सुविधा रहते हुए भी विभागीय उदासीनता के कारण स्वास्थ्य उपकेंद्र को अपग्रेड कर वेलनेस सेंटर के नाम पर भवन में तोडफ़ोड़ की गई । आवश्यकता से अधिक राशि भी निकासी की गई, लेकिन सालभर से भवन का जीर्णोद्धार अधूरा है। टीकाकरण के लिए स्कूल, पंचायत भवन, सामुदायिक भवन का सहारा लेना पड़ा है। इसका खुलासा तब हुआ जब आरटीआइ के तहत अविनाश नामक व्यक्ति ने पीएचसी प्रभारी से इसकी सूचना मांगी। जो वेलनेस सेंटर अपूर्ण हैं उसमें रघुनाथपुर, सलहा, रोहुआ, बुधनगरा, गोबरसही, राजबाड़ा, द्रोणपुर एवं पकड़ी ईस्माइल शामिल हंै । कब इस कार्य को शुरू कर कब समाप्त करना था, मापी पुस्त पूर्ण है या अपूर्ण है, प्राक्कलित राशि प्रति केंद्र कितनी थी, यह नहीं बताया गया । इस मामले में सिर्फ एक जबाव दिया गया है कि लेखापाल एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया है । इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने कुछ भी बताने पर चुप्पी साध ली । सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि मुशहरी के स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार रामकृष्ण बोचहां में तो बोचहां के स्वास्थ्य प्रबंधक आलोक कुमार मुशहरी में प्रतिनियुक्त हैं। इसपर भी सवाल उठ रहे हैं ।  

जीरोमाइल के चिकित्सक डा. सत्य प्रकाश ङ्क्षसह की सिलीगुड़ी में कोरोना से मौत

जासं, मुजफ्फरपुर : जीरोमाइल में अपने नर्सिंग होम में मरीजों की सेवा करने वाले प्रसिद्ध चिकित्सक डा. सत्य प्रकाश ङ्क्षसह नहीं रहे। शनिवार शाम सिलीगुड़ी में उनकी मौत हो गई। आइएमए के पूर्व जिलाध्यक्ष डा.संजय कुमार ने बताया कि वह लॉकडाउन के समय पूर्णिया में रह रहे थे। वहां कोरोना से तबीयत खराब होने पर सिलीगुड़ी में इलाज के लिए भर्ती हुए। वहीं अंतिम सांस ली। उनके निधन पर डा. बीबी ठाकुर, डा.एके दास, डा.ज्योति, डा. नवीन कुमार आदि ने शोक जताया।

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