मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग से बहाल सुरक्षाकर्मियों और ट्रालीमैन की जांच शुरू

जांच रिपोर्ट में विलंब करने वाले लिपिक के वेतन से होगी कटौती सदर अस्पताल में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने मानक के विपरीत 780 मानव बल के साथ ही करीब 100 सुरक्षा गार्ड और 37 ट्रॉली मैन की बहाली आउटसोर्सिंग कंपनी के जरिए कर दी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:22 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:22 PM (IST)
मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग से बहाल सुरक्षाकर्मियों और ट्रालीमैन की जांच शुरू
मुजफ्फरपुर के सदर अस्‍पताल में बहाली की जांच शुरू।

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग एजेंसी से लिए गए सुरक्षाकर्मी व ट्राली मैन की जरूरत को लेकर विलंब करने वाले लिपिक के वेतन से कटौती की कवायद चल रही है। सीएस डा.विनय कुमार शर्मा ने कहा कि अब कोरोना नहीं है। एक माह से आवश्यकता के लिए रिपोर्ट उपाधीक्षक कार्यालय से मांगी जा रही है। लेकिन जब कोरोना वार्ड बंद है तब भी जल्दी से रिपोर्ट नहीं मिल रही। इस बीच सुरक्षा व ट्राली मैन लगाने वाले एजेंसी को तो काम के बदले राशि सरकारी खजाने से देनी होगी। जितना विलंब हो रहा उसके बाद इसकी समीक्षा होगी कि रिपोर्ट देने में किसने विलंब किया उस पर भी आर्थिक दंड लगाया जाएगा। सीएस ने कहा कि दो दिन की मोहलत दी गई कि उपाधीक्षक रिपोर्ट दे।

इस तरह से हुई बहाली व लिया गया काम

सदर अस्पताल में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने मानक के विपरीत 780 मानव बल के साथ ही करीब 100 सुरक्षा गार्ड और 37 ट्रॉली मैन की बहाली आउटसोर्सिंग कंपनी के जरिए कर दी। मानव बल को सरकार के आदेश से हटा दिया गया। लेकिन अब आटसोर्सिंग पर लिए गए कर्मी की छंटनी को लेकर कवायद चल रही है।

एसकेएमसीएच में कोरोना के भर्ती पांच संदिग्धों की रिपोर्ट आई निगेटिव, सभी गए सामान्य वार्ड

एसकेएमसीएच में सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण वाले मरीज को पहले विशेष वार्ड में रखा जा रहा है। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामान्य वार्ड में भेजा जा रहा है। रविवार को भर्ती कोरोना के पांच संदिग्धों की रिपोर्ट सोमवार को निगेटिव आई। इससे पहले शुक्रवार को भर्ती चार लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आयी है। अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि सभी संदिग्ध मरीज वायरल फीवर से पीडि़त हैं। एक भी कोरोना पाजिटिव नहीं पाए गए हैं। सभी को सामान्य वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

हर दिन आ रहे 15-20 संदिग्ध मरीज

डा.झा ने कहा कि हर दिन 15 से 20 ऐसे मरीज आ रहे हैं जिन्हें सर्दी, खांसी और बुखार हैं। इन्हें संदेह हो रहा है कि वह कोरोना के मरीज हैं सभी को ओपीडी से कोरोना जांच के लिए भेजा जा रहा हैं। आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। लेकिन अभी आरटीपीसीआर जांच में सभी निगेटिव आ रहे हैं। अभी दो मरीज कोरोना वार्ड में भर्ती हैं जिनकी रिपोर्ट निगेटिव हो गई हैं इन्हें भी मंगलवार को सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है।

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