मुजफ्फरपुर में किराया के विवाद में वाराणसी से लौट रहे मजदूर को बस से फेंका

पटना से सीतामढ़ी जा रही थी बस एक दर्जन साथियों के साथ घर लौट रहा था महाराज दास। बस से फेंकने का कंडक्टर पर लगाया जा रहा आरोप। ओपी प्रभारी ने कहा कि कोई बोलने को तैयार नहीं स्पष्ट नहीं कि बस से फेंका गया या खुद गिर गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:37 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:37 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में किराया के विवाद में वाराणसी से लौट रहे मजदूर को बस से फेंका
बस को पुलिस ने किया जब्त, चालक, कंडक्टर व खलासी फरार। प्रतीकात्मक फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। कुढऩी थाना के तुर्की ओपी क्षेत्र के दरियापुर कफेन गांव के निकट किराया विवाद को लेकर सीतामढ़ी जिले के नानपुर थाना के सिंघचौरी गांव निवासी महाराज दास को बस से फेंक दिया गया जिससे वह बस के चक्के की चपेट में आ गया। इससे घटनास्थल पर ही कुचलकर उसकी मौत हो गई। वह अपने साथियों के साथ धान की रोपनी कर वाराणसी से कर घर लौट रहा था। बस से फेंकने का आरोप कंडक्टर पर लगाया गया है। घटना के बाद चालक, कंडक्टर व खलासी बस छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया है।

यह हुई घटना

मंगलवार की दोपहर पटना से बस सीतामढ़ी जा रही थी। महाराज दास अपने एक दर्जन मजदूर साथियों के साथ वाराणसी से घर लौट रहा था। उसका कंडक्टर से किराया को लेकर विवाद होने की बात सामने आई। आरोप लगाया जा रहा है कि तैश में आकर कंडक्टर ने उसे चलती बस में बाहर फेंक दिया जिससे वह चक्के की चपेट में आ गया। तुर्की ओपी प्रभारी रामविनय कुमार ने बताया कि बस के यात्रियों से पूछताछ की गई है। उसके साथी कुछ बोल नहीं रहे हैं। सब बता रहे हैं कि वे लोग बस के अंदर थे। महाराज दास गेट के पास कैसे पहुंचा, उन लोगों को पता ही नहीं चला। इससे स्पष्ट नहीं हो रहा कि मजदूर को बस से फेंका गया या वह गिर गया। उसके स्वजनों की ओर से आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।  

चार साल से गायब मां की बरामदगी को पुत्र की गुहार

जासं, मुजफ्फरपुर : अहियापुर इलाके से करीब चार साल पूर्व गायब महिला कुसुम देवी का अबतक कोई पता नहीं चल सका है। मामला दर्ज कर पुलिस अब तक गुत्थी नहीं सुलझा पाई है। इससे उसका पुत्र परेशान है। बताया गया कि महिला एएनएम है। उनके दो बेटे हर सप्ताह थाने पहुंचकर मां के बारे में पुलिस पदाधिकारी से गुहार लगाते हंै जिस पर पुलिस द्वारा जांच की बात कहकर वापस कर दिया जाता है। जासं।

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