मधुबनी शहर में अतिक्रमणकारियों को मिल रहा दबंगों का संरक्षण
अशोक मार्केट चौक पर बाइक ऑटो ई-रिक्शा के बेतरतीब ठहराव और फल दुकानदारों के अवैध कब्जा ने जाम की समस्या को बढा दिया है। इससे निजात दिलाने की दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमणकारियों का दबदबा बढता ही जा रहा है।
मधुबनी, जासं। शहर का चप्पा-चप्पा अतिक्रमण से कराह रहा है। शहर के थाना चौक से आगे अशोक मार्केट चौक कई वर्षो से अतिक्रमण के चपेट में है। अतिक्रमण से इस चौक पर जाम की समस्या नासूर बन चुकी है। जाम से बचने के लिए लोग इस चौक की बजाय अन्य सडकों से निकलना चाहते हैं। अशोक मार्केट चौक पर बाइक, ऑटो, ई-रिक्शा के बेतरतीब ठहराव और फल दुकानदारों के अवैध कब्जा ने जाम की समस्या को बढा दिया है। इससे निजात दिलाने की दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमणकारियों का दबदबा बढता ही जा रहा है। शहर में अतिक्रमण हटाने में नगर निगम लगातार पिछड़ रहा है।
अतिक्रमणकारियों व वाहन वालों से होती वसूली
शहर के थाना चौक, स्टेशन चौक, माल गोदाम चौक, तिलक चौक, पीडब्ल्यूडी आइबी के निकट, कोतवाली चौक सहित अन्य जगहों पर भाड़े के वाहनों का अवैध ठहराव होता है। इसे बढ़ावा देने वालों के लिए यह कमाई का जरिया बन चुका है। अतिक्रमणकारियों से दबंगों द्वारा अवैध उगाही की शिकायत वर्षों से सुनी जाती रही है। दबंगों द्वारा अतिक्रमणकारियों को संरक्षण दिया जाता है। जिससे फुटपाथ पर दुकान लगाने की छूट दी जाती है।
मुख्य सड़क पर फुटपाथियों का कब्जा
शहर की करीब 40 फीट चौड़ी मुख्य सड़क का जगह-जगह दोनों ओर करीब 15 फीट फुटपाथी विक्रेताओं ने अतिक्रमण कर रखा है। शेष 20 से 25 फीट चौड़ी सड़क के दोनों ओर वाहनों के ठहराव के बीच सड़क पर दिनभर जाम की समस्या बनी रहती है। वहीं, शहर के विभिन्न बाजारों की 15 से 25 फीट चौड़ी सड़क पर छह से आठ फीट में फुटपाथी व स्थानीय दुकानदारों का कब्जा होता है। बचे सड़क पर वाहनों की आवाजाही में जाम के बीच लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल होता है। नगर निगम के सिटी मैनेजर नीरज कुमार झा ने बताया कि शहर को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए पार्किंग के लिए जमीन चिन्हित किया जाएगा।
प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई
स्थानीय व्यवसायी संतोष त्रि-शक्ति कहते हैं कि शहर से अतिक्रमण हटाने में नगर निगम का आश्वासन अब तक हवा-हवाई साबित हुआ हैं। फुटपाथ पर आम लोगों को आवाजाही के अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है। व्यवसायी ओमकारनाथ महासेठ ने कहा कि शहर के फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कई दफे जिला प्रशासन से मांग के बाद भी इस दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह इस मसले पर प्रशासन की गंभीरता और कार्यशैली को दर्शाता है।