शिवहर मेें मां दुर्गा समेत सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन

विभिन्न नदी-घाट और तालाबों में विसर्जित की गईं प्रतिमाएं। सड़क से लेकर नदी घाट तक दिखा आस्था का मेला। प्रतिमा विसर्जन को लेकर रही प्रशासनिक व्यवस्था। जिले में आस्था और भक्ति के नौ दिवसीय उत्सव का का समापन हो गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:22 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:22 AM (IST)
शिवहर मेें मां दुर्गा समेत सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन
शुक्रवार की रात से शनिवार तक विसर्जन का क्रम जारी। फोटो- जागरण

शिवहर, जासं। असत्य पर सत्य के विजय का प्रतीक दशहरा मां दुर्गा समेत देवी-देवताओं की प्रतिमा विसर्जन के साथ संपन्न हो गया। कुछ प्रतिमाएं शुक्रवार की रात विसर्जित की गई। वहीं अधिकांश प्रतिमाएं शनिवार को विसर्जित की गई। प्रतिमा विसर्जन के साथ ही जिले में आस्था और भक्ति के नौ दिवसीय उत्सव का का समापन हो गया। इस मौके पर पूरे इलाके में उत्सव सा माहौल रहा। सड़कों पर जुलूस की शक्ल में आस्था और भक्ति का रेला दिखा। जय माता दी के जयघोष के साथ श्रद्धालु विसर्जन जुलूस में शामिल हुए। शुक्रवार की पूरी रात लोग जश्न के सागर में डुबकी लगाते रहे। मंगल गीत गाते व माता के जयकारा लगाते सैकड़ों महिलाएं विसर्जन में शामिल हुई। चांदनी रात में लोगों ने कलाबाजियां दिखाई।

यही हाल शनिवार की सुबह से हैं। विभिन्न इलाकों की जुलूस बागमती नदी के अलावा आयोजन स्थल के पास के पोखर और तालाब में विर्सजित की गई। इस दौरान डीएम सज्जन राजशेखर, एडीएम शंभु कुमार, शंभु शरण, एसपी डॉ. संजय भारती, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय, एसडीओ मो. इश्तियाक अली खान, एएसडीओ विनित कुमार, डीएसपी मुख्यालय शशिरंजन कुमार, बीडीओ शिवहर राकेश कुमार इंसपेक्टर सह थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद, सीओ अमित श्रीवास्तव, पिपराही बीडीओ मो. वाशिक हुसैन, थानाध्यक्ष अनिल कुमार, तरियानी बीडीओ भगवान झा, थानाध्यक्ष शोभाकांत पासवान, सीओ अमित कुमार, तरियानी छपरा थानाध्यक्ष सैफ अहमद खान, हिरम्मा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, डुमरी कटसरी बीडीओ प्रदीप कुमार झा, सीओ अमित कुमार, श्यामपुर भटहां थानाध्यक्ष विजय यादव, पुरनहिया बीडीओ आशीष कुमार, सीओ मो. होदा, थानाध्यक्ष मुन्ना गुप्ता के अलावा एसडीआरएफ, टाइगर मोबाइल, सैप, फायर बिग्रेड व होमगार्ड जवान तैनात रहे। इसके अलावा विधायक समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व सामाजिक संगठनों के लोग भी मौजूद रहे।  इस तरह के आयोजन के बाद विगत तीन-चार दिनों से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया था। हर कोई इसकी धारा के बह रहा था। चारों ओर से भजन सुनाई पड़ रहे थे।

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