मधुबनी जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्र व नर्सिंग होम पर लगाम नहीं
Madhubani News नर्सिंग होम अल्ट्रासाउंड केंद्र पर रोगियों का होता आर्थिक व मानसिक शोषण स्वास्थ्य विभाग की सख्ती के बाद भी जिले में अवैध केंद्रों का बंद नहीं हो रहा संचालन 150 से अधिक है संचालिक क्रेद ।
मधुबनी, जासं। बगैर कागजात व विभागीय नियमों की अनदेखी कर जिले में चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्र व निजी नर्सिंग होम पर विभागीय कार्रवाई के बाद भी अवैध तरीके से इसके संचालन पर लगाम लगता नजर नहीं आ रहा है। जिले में 150 से अधिक केंद्र संचालित हैं, लेकिन इनमें से दो दर्जन से अधिक अल्ट्रासाउंड केंद्र व निजी नर्सिंग होम के रजिस्ट्रेशन में कई कमियां की आशंका जताई गई है। ऐसे नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड केंद्र में रोगियों को ले जाने के लिए बिचौलिये सक्रिय देखे जाते हैं। बिचौलिये रोगियों को झांसा देकर ऐसे नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड केंद्र पर ले आते हैं और वहां जाने के बाद रोगियों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जाता है।
चिकित्सक की जगह कर्मी करते जांच
जिले में दर्जनों ऐसे अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं जिसमें जांच कार्य चिकित्सक की जगह कर्मी करते हैं। अल्ट्रासाउंड केंद्र जिन चिकित्सकों के नाम संचालित किया जाता है, वैसे चिकित्सक केंद्र में मौजूद नहीं होते है। मगर, उनके नाम का बोर्ड लगा होता है। ऐसे केंद्रों के जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़े होते हैं।
कार्रवाई के बाद भी नहीं बदल रही स्थिति :
बता दें कि कुछ दिन पहले जिले के बेनीपट्टी क्षेत्र में संचालित चार नर्सिंग होम पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया था। इन नर्सिंग होम को बंद करने के साथ संचालक से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। अभी हाल ही में बेनीपट्टी के दो और लौकही के एक नर्सिंग होम पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाते हुए इन्हें बंद करने का आदेश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ये सभी नर्सिंग होम बिना निबंधन के चल रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंक कर वर्षों से नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था। वहीं, जिले के कलुआही में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम पर 11 सितंबर को छापामारी की गई। जिसमें कई आपत्तिजनक सामान एवं दस्तावेज बरामद किए गए थे। कलुआही थाना गेट के ठीक सामने एक बिल्डिंग में अवैध रूप से नर्सिंग होम चलाया जा रहा है। नर्सिंग होम के नीचे में अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र चलाया जा रहा था। इस भवन पर किसी प्रकार का बोर्ड नहीं था। छापेमारी के दौरान सभी कर्मी, चिकित्सक फरार हो गए। बता दें कि दो वर्ष पूर्व तत्कालीन सीएस द्वारा जिले में अवैध रूप से चल रहे 77 जांच केंद्र व नर्सिंग होम को चिन्हित कर उस पर कार्रवाई का निर्देश देते हुए लोगों से ऐसे जांच केंद्र व नर्सिंग होम में इलाज नहीं कराने की दी सलाह दी गई थी। सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले में संचालित नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड केंद्रों की लगातार जांच कर समुचित कार्रवाई की जा रही है।