मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन से यात्रा आरंंभ करनी है तो बदबू से बचाव के उपाय साथ में लेकर आएं
जंक्शन परिसर में डंपिंग स्थल पर कूड़ा और कचरा का उठाव बंद होने से यात्री बेहाल। प्रत्येक दिन जंक्शन की सफाई के लिए ₹24000 का खर्च किया जाता है। इसके बावजूद भी राम भरोसे है। शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रहा कोई फायदा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। रेेलवेे जंक्शन परिसर में डंपिंग स्थल पर कूड़ा और कचरा का उठाव बंद है। कचरे के सड़ने के कारण बदबू दे रहा है। इससे यात्री बेहाल है। शुक्रवार को कई यात्रियों ने गंदगी को लेकर मंडल के वरीय अधिकारी से शिकायत की। अधिकारी ने यात्री को सफाई करवाने का आश्वासन भी दिया। लेकिन देर शाम तक कूड़ा और कचरा का उठाव नहीं हो सका। जानकारी के अनुसार ठेकेदार को जंक्शन की सफाई का जिम्मा दिया गया है। प्लेटफार्म से कूड़ा कचरा को इकट्ठा करके डंपिंग वाले स्थान पर फेंका जाता है। डंपिंग स्थल से कूड़ा और कचरा को उठाकर नहीं फेंकने के कारण बदबू दे रहा है।
स्थानीय रेलवे अधिकारी को का कोई ध्यान नहीं है। जबकि प्रत्येक दिन जंक्शन की सफाई के लिए ₹24000 का खर्च किया जाता है। इसके बावजूद भी राम भरोसे है। इसके साथ ही कूड़ेदान भी जर्जर है कई कूड़ेदान गायब हो गया। रेलवे अधिकारी कूड़ेदान की खोज भी नहीं करता है। इसके साथ ही सफाई मशीन से बंद है। पानी से प्लेटफार्म की सफाई होती हैं लेकिन, अधिकारी ग्रेडिंग बेहतर कर रहे हैं।
यात्रियों ने कहा कि जंक्शन परिसर में प्रवेश द्वार के समीप कूड़ा वह कचरा का अंबार है। इस से बदबू दे रहा है। इस ओर से चलना मुश्किल है। स्टेशन पर अधिकारी से शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वरीय अधिकारी को भी सूचना दी। इस संबंध में रेलवे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि कूड़ा व कचरा को प्रत्येक दिन उठाकर फेंकना है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है तो ठेकेदार को जुर्माना लगाया जाएगा। मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन की हालत अच्छी नहीं है। यह तब है जबकि अभी सभी ट्रेनें नहीं चल रहीं। पैसेंजर और लोकल ट्रेनें महिनों से नहीं चल रहीं। जो चल भी रहीं हैं उनके फेरों की संख्या बहुत कम है। ऐसे में सहज ही कार्य गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है।