सीतामढ़ी में दिनदहाड़े भीषण डकैती, लाखों लूटकर नेपाल भागे बदमाश

सीतामढ़ी के सोनबरसा में व्यवसायी पिता-पुत्र को बंधक बना डेढ़ लाख रुपये कैश व 20 लाख से उपर के जेवरात लूट ले गए बेटे पर जानलेवा हमला कर किया लहूलुहान पिता को कमरे में बंदकर मुंह में ठूंस दिया कपड़े

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:45 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:45 PM (IST)
सीतामढ़ी में दिनदहाड़े भीषण डकैती, लाखों लूटकर नेपाल भागे बदमाश
सीतामढ़ी के सोनबरसा में लूटपाट की हुई घटना। जागरण

सीतामढ़ी (सोनबरसा), जासं। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय बाजार के साहू मुहल्ला से सटे एक व्यवसायी के घर गुरुवार दोपहर डकैतों ने धावा बोला। उनके पुत्र पर जानलेवा हमला किया। नकदी समेत लाखों के सोना-चांदी के जेवरात लूटकर चलते बने। लुटेरों ने व्यवसायी मोहरलाल महतो और उनके पुत्र लाबाबू महतो को घर में बंधक बनाकर लगभग एक घंटे तक लूटपाट मचाई। जाते-जाते लुटेरों ने पिस्टल के बट से सिरपर हमला कर लालबाबू को जख्मी कर दिया जबकि, उनके पिता मोहरलाल महतो को घर में कपड़े से मुंह बांध दिया। दोनों के हाथ से मोबाइल छीनकर तोड़ डाला।

व्यवसायी की मोटरसाइकिल भी लुटेरे ले भागे। घटना दिन के करीब साढ़े बारह बजे हुई। डकैती के बाद आसपास के मोहल्लों में भय एवं दहशत व्याप्त हो गया। पड़ोसियों ने घायल पिता-पुत्र को पीएचसी में भर्ती कराया। गंभीर घायल लालबाबू को सीतामढ़ी रेफर कर दिया गया। प्रत्यदर्शियों ने बताया कि लुटरे सभी बाइक से आए थे। डकैतों के जाने के बाद थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, भुतही ओपी प्रभारी जितेंद्र कुमार सुमन पहुंचे। उसके बाद सदर डीएसपी रमाकांत उपाध्याय भी आ गए। पुलिस पदाधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। घायल लालबाबू महतो ने मीडिया को दिए बयान में डेड लाख रुपये नकद सहित 15 से 20 लाख के जेवर लूटने की बात बताई। वहीं उसके पिता मोहरलाल महतो के अनुसार, डेढ़ लाख रुपये नकदी के साथ 40 से 45 लाख रुपये मूल्य के सोना-चांदी के जेवरात की लूट हुई है। बाजार के लोगों ने बताया कि मोहरलाल महतो जरूरतमंदों से जेवरात, जमीन वगैरह गिरवी रखकर ब्याज पर कर्ज देने का व्यवसाय करते हैं। उनकी आर्थिक मजबूती होने की जानकारी होने के चलते डकैतों ने इस घटना को अंजाम दिया हो।

डॉग क्वायर्ड नेपाल बॉर्डर तक जाकर रूक गया

थानाध्यक्ष के साथ डीएसपी रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि घायल गृहस्वामी की ओर से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। थानाध्यक्ष की पहल पर एसएसबी कैंप से डॉग स्क्वायर्ड को बुलाया गया। उससे भी डकैतों का सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया। डॉग स्क्वायर्ड घर से पूरब के रास्ते नेपाल सीमा तक जाकर रूक गया। जिससे कयास लगाया गया कि सभी डकैत घटना काे अंजाम देकर नेपाल सीमा में प्रवेश कर गए होंगे।

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