पूर्वी चंपारण में डीएनबी पाठ्यक्रम संचालन की जगी उम्मीद
बिहार में एक पूर्वी चंपारण जिले में ही फिलहाल इसके चालू होने की उम्मीद बंधी है। पिछले दो सालों से स्वास्थ्य महकमा योजना को धरातल पर उतारने की कवायद में जुटा है। हालांकि कतिपय कारणों से शुरुआत में कार्य की गति काफी धीमी रही।
मोतिहारी, जासं। जिले में जल्द ही शुरू हो सकता है डीएनबी डिप्लोमा पाठ्यक्रम। इसकी उम्मीद बलवती हो गई है। जानकारी के अनुसार 24 या 25 सितंबर को पटना राज्य सवास्थ्य समिति की एक टीम निरीक्षण के लिए यहां पहुंचने वाली है। इसी दरम्यान पाठ्यक्रम के शुरू होने से संबंधित सभी तरह के निर्णय अंतिम रूप से लिये जाने की संभावना है। बता दे कि डीएनबी पाठ्यक्रम के अंतर्गत एमबीबीएस के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई होनी है। इसके लिए 6 सीट स्त्री रोग विशेषज्ञ व 6 सीट शिशु रोग विशेषज्ञ के लिए निर्धारित किये गए हैं। यह सम्पूर्ण योजना भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं शिशु कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत संचालित होता है। बता दें कि बिहार में एक पूर्वी चंपारण जिले में ही फिलहाल इसके चालू होने की उम्मीद बंधी है। पिछले दो सालों से स्वास्थ्य महकमा योजना को धरातल पर उतारने की कवायद में जुटा है। हालांकि कतिपय कारणों से शुरुआत में कार्य की गति काफी धीमी रही। लेकिन जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक पिछले कुछ महीनों से स्वयं पूरी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। यही कारण है कि अब योजना के फलीभूत होने की उम्मीद बंधी है।
पेंच को दूर करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
बता दे कि पाठ्यक्रम के संचालन के बाबत भारत सरकार के निर्देश पर मार्च महीने में पटना एम्स की एचओडी हेमाली सिन्हा ने जिला अस्पताल का दौरा किया था। तब उन्हें पाठ्यक्रम संचालन के लिए सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम स्कूल के भवन के एक हिस्से को दिखाया गया था। लेकिन फिलहाल उक्त भवन में वैक्सीनशन कार्य व डब्लूएचओ के कार्य संपादित हो रहे हैं। ऐसे में आने वाली टीम का रुख तल्ख भी हो सकता है। हालांकि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने अब तत्काल प्रभाव से उक्त भवन को खाली करने का निर्देश दिया है। बता दे कि शनिवार की देर संध्या जिलाधिकारी किसी कार्यक्रम में शिरकत करने सदर अस्पताल पहुंचे थे। जहां उन्होंने जीएनएम भवन का औचक निरीक्षण किया व भवन को खाली करने का निर्देश जारी किया।