मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी में शामिल हुआ ऐतिहासिक लंगट सिंह कॉलेज

प्रेस वार्ता कर प्राचार्य ने दी जानकारी बोले- कॉलेज के भवनों का होगा कायाकल्प। तारामंडल भी खुलेगा परिसर का होगा सुंदरीकरण। शनी की व्यवस्था रोड का निर्माण एवं 20 बड़े पार्कों का सुंदरीकरण किया जाएगा। पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं को आधुनिकीकरण कर राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 08:52 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 08:52 AM (IST)
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी में शामिल हुआ ऐतिहासिक लंगट सिंह कॉलेज
कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने हर्ष व्यक्त किया है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एलएस कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर को स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया गया है। शुक्रवार को एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओपी राय ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। कहा कि 120 वर्ष पहले स्थापित इस महाविद्यालय की पुरातात्विक महत्ता एवं एतिहासिकता को देखते हुए यूजीसी ने स्पेशल हेरिटेज स्टेटस का दर्जा दिया। एेतिहासिक गांधी कूप और डॉ.राजेंद्र प्रसाद, आचार्य कृपलानी एवं दिनकर की कर्मभूमि होने के कारण इसे स्मार्ट सिटी में शामिल करने का निर्णय सरकार ने लिया है। इससे महाविद्यालय के मुख्य भवन, विज्ञान भवन एवं कला भवन के मूल स्वरूप का संरक्षण एवं नवीकरण किया जाएगा। जल निकासी, पेयजल एवं पैदल पथ का निर्माण होगा। परिसर स्थित सौ वर्ष पुराने तारामंडल का आधुनिकीकरण एवं सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही रोशनी की व्यवस्था, रोड का निर्माण एवं 20 बड़े पार्कों का सुंदरीकरण किया जाएगा। पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं को आधुनिकीकरण कर राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा।

बता दें कि एलएस कॉलेज ब्रिटेन के बैलियोज कॉलेज की प्रतिकृति है। प्राचार्य ने कहा कि राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से उन्होंने कॉलेज को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के लिए विशेष आग्रह किया था। प्रधान सचिव नगर विकास आनंद किशोर, तिरहुत प्रमंडल के पूर्व आयुक्त पंकज कुमार व वर्तमान आयुक्त मनीष कुमार से मिलकर उन्होंने इसको लेकर मांग की थी। सरकार की ओर से यह घोषणा होने के बाद कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने हर्ष व्यक्त किया है। मौके पर डॉ.सुरेंद्र राय, डॉ.राजीव कुमार व डॉ.ललित किशोर मौजूद थे।  

टीकाकरण में सहयोग करेंगे विवि और कॉलेज के छात्र

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध सभी कॉलेजों के स्तर से कोरोना से बचाव को लेकर होने वाले टीकाकरण में सहयोग किया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से इसको लेकर कुलपति को पत्र भेजा गया है। कहा गया है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक करना जरूरी है। घर-घर सभी लोगों को वैक्सीन दिया जाना है। ऐसे में विवि और कॉलेज स्तर से मुहिम मददगार हो सकती है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शिक्षा विभाग को मदद के लिए लिखा गया है। इसके आलोक में यूजीसी ने विश्वविद्यालय को पत्र भेजा है। विवि के एनएसएस कोआर्डिनेटर डॉ.वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि स्वयंसेवक इस मुहिम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। इसको लेकर बैठक हुई है। कार्ययोजना तैयार कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। टीकाकरण में मदद के लिए स्वयंसेवक तत्पर रहेंगे। 

chat bot
आपका साथी