अपर्णा सेन समेत 49 बुद्धिजीवियों पर मुकदमे में सुनवाई टली, PM मोदी को लिखा था पत्र
बिहार के मुजफ्फरपुर के एक वकील ने अभिनेत्री अपर्णा सेन व 49 बुद्धिजीवियों के विरुद्ध मुकदमा किया जिसे पुलिस ने झूठा करार दिया है। इस मामले में अब 25 नवंबर को सुनवाई होगी।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। उन्मादी भीड़ की हिंसा को लेकर पीएम को पत्र लिखने वाली अभिनेत्री अपर्णा सेन सहित 49 बुद्धिजीवियों के केस के मामले में बुधवार को सुनवाई टल गई है। अब इस मामले की सुनवाई 25 नवंबर को होगी। मामले को लेकर परिवाद दाखिल करने वाले अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने बीमार पत्नी की इलाज को लेकर समय की देने की मांग करते हुए सीजेएम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी। इस अर्जी की सुनवाई के बाद सीजेएम एसके तिवारी ने इसे स्वीकार कर लिया।
अपर्णा सेन समेत 49 फिल्मी कलाकारों और बुद्धिजीवियों पर मुकदमा
उन्मादी हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने में अभिनेत्री अपर्णा सेन समेत 49 फिल्मी कलाकारों और बुद्धिजीवियों के खिलाफ मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सीजेएम एसके तिवारी की अदालत में 27 जुलाई को परिवाद दाखिल किया था। इसकी सुनवाई के बाद सीजेएम ने सदर थानाध्यक्ष को एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। आरोपितों में अभिनेत्री सेन के अलावा अडूर गोपाल कृष्णन, शुभा दुग्गल, सुमित्रा चटर्जी, रेवती, कोंकणा सेन, श्याम बेनेगल, मणिरत्नम व इतिहासकार रामचंद्र गुहा आदि शामिल हैं।
पुलिस जांच में मुकदमा गलत करार, अदालत में अंतिम प्रपत्र समर्पित
मामले को पुलिस जांच में गलत करार दिया गया। साथ ही पुलिस ने याचिकाकर्ता वकील के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करने को ले कार्रवाई की भी अनुशंसा की। उधर, पुलिस के अंतिम प्रपत्र के खिलाफ याचिकाकर्ता वकील ने विरोध पत्र दाखिल कर भेदभाव का आरोप लगाया है। बुधवार को मामले की सुनवाई टल गयी। अब इसकी सुनवाई 25 नवंबर को होगी।