पश्चिम चंपारण के इस अस्पताल में समय पर नहीं आते स्वास्थ्यकर्मी, जानिए पूरा मामला

West Champaran पश्चिम चंपारण के हरनाटांड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्यकर्मी के समय पर नहीं आने से मरीजों की परेशान बढ़ गई है। यहां दिखावा साबित हो रहा रोस्टर तय दिन पर ड्यूटी के लिए नहीं पहुंचते स्वास्थ्य कर्मी

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:18 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 05:18 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के इस अस्पताल में समय पर नहीं आते स्वास्थ्यकर्मी, जानिए पूरा मामला
पीएचसी में मौजूद एकमात्र एएनएम निर्मला कुमारी । जागरण

 पश्चिम चंपारण, जासं । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी घर बैठकर ही वेतन उठा रहे हैं। यहां कार्यरत कर्मी आय दिन गायब ही रहते हैं। सोमवार को कुछ ऐसी ही स्थिति दिखी। यहां रोस्टर के अनुसार दो एएनएम व दो चिकित्सकों की ड्यूटी लगी थी। जिसमें सुबह 08 बजे से दोपहर 02 बजे तक एमबीबीएस चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी एवं दंत चिकित्सक डॉ. रश्मि कुमारी के साथ एएनएम अंजू डेविड और प्रणीता कुमारी की मौजूदगी अनिवार्य थी। लेकिन, अस्पताल में न तो दंत चिकित्सक मौजूद थीं और न ही दोनों एएनएम ही मौजूद मिलीं। हालांकि मौके पर चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी के साथ डॉ. संदीप कुमार राय ओपीडी में मरीजों का इलाज करते दिखे। वहीं एकमात्र एएनएम निर्मला कुमारी उपस्थित दिखीं। जिनकी ड्यूटी दोपहर 02 बजे से रात के 08 बजे तक थी। लेकिन रोस्टर में शामिल दोनों एएनएम के नहीं आने की वजह से इन्हें पहले से अपनी ड्यूटी बजानी पड़ी। जबकि इनके अलावे न तो प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित मिले और न ही लेखपाल और डेटा ऑपरेटर ही मौजूद थे। गौरतलब है कि इनमें से अधिकतर कर्मी महीने में कभी कभी ही पीएचसी पहुंचते हैं। अधिकतर घर बैठे ही वेतन उठा रहे हैं। 

एकमात्र एएनएम के भरोसे पांच महिलाओं के प्रसव की जिम्मेदारी : 

पीएचसी में सोमवार को पांच महिलाएं प्रसव के लिए पहुंची थीं। जिनके प्रसव की जिम्मेदारी एक मात्र एएनएम निर्मला कुमारी व एक ममता शारदा देवी के ऊपर ही थी। अब आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि एक मात्र एएनएम कैसे पांच पांच महिलाओं का प्रसव कराएंगी। ऐसे में अगर प्रसूताओं के साथ कोई अनहोनी घटना घटती है तो इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि विभागीय लापरवाही की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। सूत्रों की मानें तो रोस्टर का अनुपालन कभी भी नहीं होता है। यहां दो से तीन एएनएम ही आय दिन ड्यूटी करते पाई जाती हैं। जबकि रोस्टर सिर्फ दिखावे के लिए ही महज हाथी का दांत साबित होकर रह गया है। वहीं दूसरी ओर दंत चिकित्सक डॉ. रश्मि कुमारी योगदान के बाद से महीनों तक गायब थीं। जब बीते दिनों सीएस ने पीएचसी के औचक निरीक्षण के दौरान  कार्रवाई किया था, तब उसके कुछ दिनों बाद पीएचसी पहुंची थीं। लेकिन फिर से वहीं कहानी शुरू हुई, जो आज भी जारी है। इधर क्षेत्र भ्रमण के दौरान पीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश ङ्क्षसह नीरज अस्पताल पहुंचे तो स्थिति से अवगत हुए। उन्होंने कहा कि आज लौकरिया एपीएचसी का भी जायजा लिया गया है। वहां भी कई स्वास्थ्यकर्मी गायब मिले हैं। सभी पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। कारण स्पष्ट नहीं हुआ तो गायब कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा। 

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