रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल में बेहतर होगी स्वास्थ्य सेवा, अनुमंडलवासियों का होगा सपना साकार

East Champaran News 1990 में हुई थी रक्‍सौल अनुमंडल की स्थापना लेकिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में नहीं हो सका था सुधार। अनुमंडलीय अस्पताल बनते ही चिकित्सकों की संख्या बच्चे का आइसीयू सीजेरियन आपरेशन मरीजों को भर्ती करने के संसाधन।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 04:36 PM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 04:36 PM (IST)
रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल में बेहतर होगी स्वास्थ्य सेवा, अनुमंडलवासियों का होगा सपना साकार
रक्‍सौल अनुमंडलवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलने लगेगा।

रक्सौल (पूचं) लक्ष्मीकांत त्रिपाठी। अब बहुत ही जल्द अनुमंडलवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलने लगेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है। जो बहुत जल्द ही पुरा होने वाला है। जिसे करीब 31 वर्षो बाद लोगों को अनुमंडलीय अस्पताल का सपना साकार हो जाएगा। इससे लोगों में खुशी की लहर है। इसके साथ ही करीब दस लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। जिन्हें बेहतर उपचार के लिए मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, पटना आदि नहीं जाना पड़ेगा। वर्ष 1990 में सीमावर्ती शहर रक्सौल में अनुमंडल की स्थापना हो गई थी। तब से लोगों को अनुमंडलीय स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं के प्रति आस जग गई थी। जिनमें कई सुविधाएं सरकार द्वारा बहाल की जा चुकी है। जिसका फायदा अनुमंडलवासियों को मिल रहा है। लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं से लोग आज भी वंचित है।

बॉर्डर सील होने से बढ़ गई है परेशानी

कोरोना महामारी के समय से भारत-नेपाल बॉर्डर से वाहनों का आवागमन बंद है। इससे पूर्व सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड आदि जैसी कई महत्वपूर्ण जांच के लिए नेपाल के सीमावर्ती पर्सा जिला के वीरगंज जाना पड़ता था। लेकिन बॉर्डर सील होने से लोगों को रक्सौल से मुजफ्फरपुर, पटना आदि जाना पड़ रहा है। जिसे इलाज महंगा होता जा रहा है। इससे अब लोगों को जल्द ही निजात मिलने वाला है। सरकार गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही है। इसके लिए उप स्वास्थ्य केन्द्र को स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को अनुमंडलीय स्तर पर अपग्रेड कर रही है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में चल रहा है निर्माण कार्य

अनुमंडलीय स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में चल रहा है। यह अस्पताल फिलहाल पचास बेड का होगा। जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इस अस्पताल के निर्माण पर 17 करोड़ रुपया खर्च होगा। जिसका कार्य रामा एंड संस के द्वारा तेजी से चल रहा है। जल्द ही इसे हैंड ओवर किया जा सकता है।

ये सुविधाएं हो जाएंगी उपलब्ध

अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण होते ही सीजेरियन अापरेशन, आंख, नाक, कान आदि सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सकों का पद सृजित होगा। साथ ही ब्लड बैंक बनने की भी प्रबल दावेदारी हो जाएगी। जिससे की ब्लड के लिए दूसरे जगहों पर नहीं जाना पडेंगा। इसके साथ ही अनुमंडलीय अस्पताल में अपग्रेड होते ही चिकित्सकों की संख्या, बच्चे का आइसीयू, मरीजों को भर्ती करने के संसाधन विकसित हो जाएगा।

सीटी स्कैन के लिए जाना पड़ता है नेपाल

आजादी के बाद से अबतक रक्सौल में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण पक्षाघात की स्थिति में शहर के चिकित्सकों को मरीजों की स्थिति जानने के लिए नेपाल या फिर करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर मुजफ्फरपुर या पटना जाना पड़ता है। जिससे विलंब होने के कारण मरीज की जान रास्तें में ही चली जाती है।

कहते है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एसके सिंह ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है। फिलहाल सरकार द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल में कार्य करने के लिए करीब दो दर्जन महिला व पुरूष जीएनएम को बहाल कर भेजा गया है। इस अस्पताल के निर्माण होते ही स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो जाएगी।

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