मूसलाधार बारिश ने किसानों की उम्मीद पर फेरा पानी, डूबे गन्ना और धान

बेतिया। नरकटियागंज क्षेत्र में बुधवार की सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसान काफ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:28 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:28 PM (IST)
मूसलाधार बारिश ने किसानों की उम्मीद पर फेरा पानी, डूबे गन्ना और धान
मूसलाधार बारिश ने किसानों की उम्मीद पर फेरा पानी, डूबे गन्ना और धान

बेतिया। नरकटियागंज क्षेत्र में बुधवार की सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसान काफी चितित है। पहले से गन्ना और धान की फसलों में लगे पानी को कम होने की बजाए फिर से उनमें पानी भर गया है। बादलों को देखकर अभी बारिश के आसार बने भी हुए हैं। गन्ना भी पीले पड़ने लगे हैं। धान गल रहे हैं। मूसलाधार बारिश किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। जगह जगह हजारों एकड़ धान के साथ-साथ गन्ना भी डूबे हुए हैं। किसानों ने बताया कि धान, गन्ना, सब्जी की फसलें काफी हद तक मानसून के आरंभ में हुई बारिश में ही बर्बाद हो चुकी है। लेकिन जिन क्षेत्रों में बाढ़ के हालात नहीं रहे। वहां बारिश की पानी से डूबी फसलें को लेकर दो-चार दिनों से धूप की वजह राहत महसूस जा रही थी। लेकिन फिर से मूलाधार बारिश ने उन्हें लबालब कर दिया है। अधिक पानी की वजह किसान खेतों से खरपतवार को भी नहीं निकलवा सकते। किसान मधुसूदन दुबे बताते हैं कि जुलाई बारिश की मार में गुजर गया। दोबारा बिचड़ा तैयार कर धान की रोपनी की गई। कुछ दिनों से धूप की वजह उसमें से पानी कम होने की उम्मीद की जा रही थी ताकि इन फसलों का विकास हो सके। लेकिन इस बारिश ने फिर खेतों को पानी से भर दिया है। ऐसे में धान के प्रति उम्मीद समाप्त हो रही है। गुड्डू साह ने बताया कि भूस्वामी से जमीन लेकर बटाई खेती की है। दोबारा बीज गिरा कर धान की रोपनी की। लेकिन लगातार पानी से धान पीला पड़ने लगा है। गन्ना का भी वहीं हाल है। आखिर भूस्वामी को कहां से अनाज दिया जाएगा। इसकी चिता लगी हुई है। मंझरिया, मनियारी, बरगजवा के कई किसानों ने बताया कि इस बार आरंभ से ही कई खेतों में लगातार पानी लगा रहा। ना तो बिचड़ा बचा और ना धान की रोपनी हो सकी।

chat bot
आपका साथी