ऊंटों को भोजन उपलब्ध कराने में गोशाला प्रशासन को छूट रहे पसीने, जानें क्या हो रही परेशानी Muzaffarpur News

बोले एसडीओ गोशाला में उपलब्ध चारा ही ऊंट को मिलेगा। 17 में से तीन ऊंट की स्थिति ठीक नहीं है। इलाज को राजस्थान के पशु चिकित्सकों से संपर्क किया गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 02:24 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 02:24 PM (IST)
ऊंटों को भोजन उपलब्ध कराने में गोशाला प्रशासन को छूट रहे पसीने, जानें क्या हो रही परेशानी Muzaffarpur News
ऊंटों को भोजन उपलब्ध कराने में गोशाला प्रशासन को छूट रहे पसीने, जानें क्या हो रही परेशानी Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। गोशाला में रखे गए ऊंट को फिलहाल विशेष सुविधा नहीं मिलने वाली है। गोशाला के पास जो सुविधाएं हैं, उसके सहारे ही ऊंट को मुहैया कराया जाएगा। एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने बताया कि गोशाला के पास जितने संसाधन हैं उसके अनुसार ऊंट की देखरेख की जा रही है। जबकि सच्चाई यह है कि ऊंट के लिए चारा उपलब्ध कराने में गोशाला प्रबंधन की पसीने छूट रहे हैं। इन ऊंटों पर हजारों रुपये का खर्च की बात सामने आ रही है।

 बताया गया कि 17 में से तीन ऊंट की स्थिति ठीक नहीं है। इलाज को राजस्थान के पशु चिकित्सकों से संपर्क किया गया है। बता दें कि पुष्कर मेले से तस्करों द्वारा खरीदे गए 18 ऊंटों को बांग्लादेश ले जाते समय जिले की टीम द्वारा पकड़ा गया था। इसमें एक ऊंट मर गया था। बाकी 17 में तीन बीमार हैं। पशुपालन विभाग ने इन ऊंटों को गोशाला को हस्तांतरित कराया था। बता दें कि ऊंटों को भूसा पसंद नहीं है। मुख्यतया बबूल, बरगद व नीम के पत्ते पसंद हैं। क्योंकि राजस्थान में बबूल की बहुतायत होती है। जबकि, यहां पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सामान्य रूप से नहीं है। ऐसे में दिन भर खाते रहने वाले इन पशुओं को उनका प्रिय भोजन उपलब्ध कराने में गोशाला को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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