किसानों के लिए खुशखबरी ! सब्जी को मिलेगा बाजार, शिवहर में किसानों को बेहतर दाम

शिवहर जिले में कृषि विभाग की सहयोगी संस्था ने बनाया फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी अटकोनी में कराया जा रहा पैक हाउस का निर्माण पैक हाउस से सब्जियों को भेजा जाएगा बड़ी मंडियों में ताकि किसानों को अच्छी कीमत मिल सके।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 03:45 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 03:45 PM (IST)
किसानों के लिए खुशखबरी ! सब्जी को मिलेगा बाजार, शिवहर में किसानों को बेहतर दाम
शिवहर जिले में फसल का जायजा लेता किसान। जागरण

शिवहर, जासं। शिवहर के खेतों में उत्पादित सब्जियों को बाजार उपलब्ध कराने की पहल शुरू कर दी गई है । इसके तहत फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा उद्यान विभाग के सहयोग से तरियानी प्रखंड के अटकोनी में पैक हाउस का निर्माण कराया जा रहा है। जहां इलाके के किसान सब्जी उपलब्ध कराएंगे । यहां से सब्जियों को बड़े बाजारों में भेजा जाएगा। ताकि, किसानों को अच्छी कीमत मिल सके । कृषि विभाग की सहयोगी संस्था कंचन सेवा आश्रम और वाटर फार पीपुल द्वारा इसके लिए शिवहर के गांवों में किसानों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है । दोनों संस्थाएं जिले की राजाडीह, बराही, बेनीपुर, मीनापुर बलहा और अटकोनी को सब्जी उत्पादन का हब बनाने में लगी है। कंचन सेवा आश्रम और वाटर फार पीपुल के संयुक्त तत्वाधान में शिवहर में फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया गया है। यह कंपनी किसान क्लब के लोगों को जहां कचरा से जैविक खाद, गोबर केंचूआ से वर्मी कम्पोस्ट, मवेशी मूत्र , नीम की पत्ती, अकवन की पत्ती, गुड़, खैनी का डंठल आदि से जैविक कीटनाशी बनाकर, उसका उपयोग सब्जी उत्पादन में करने के लिए प्रशिक्षण दे रही है। वहीं अब किसानों द्वारा उत्पादित  सब्जी को शिवहर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी बड़े मंडी में पहुंचाकर  बेचने का काम करेगी । कंचन सेवा आश्रम के जिला परियोजना पदाधिकारी ललित कुमार ने बताया है कि अटकोनी में जिला उद्यान विभाग के माध्यम से एक पैक हाउस का निर्माण करने की तैयारी है । जहां किसान अपने खेत से उत्पादित  सब्जी पहुंचाएंगे । जबकि, इन सब्जियों को बड़ी मंडियों में बिक्री के लिए भेजा जाएगा । इससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा । साथ ही खेतों में उत्पादित सब्जियों को बेचने के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा । किसानों को समय की भी बचत होगी। बताया कि, उद्यान विभाग द्वारा खेतों में टैगिंग शुरू किया गया है ।

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