पालीटेक्निक के परिणाम में जिले की बेटियों का दबदबा

बेला स्थित गर्वमेंट महिला पालीटेक्निक की छात्राओं ने स्टेट बोर्ड आफ टेक्निकल एजुकेशन की ओर से जारी परिणाम में दो ब्रांच में सूबे में अव्वल व एक में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 02:02 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 02:02 AM (IST)
पालीटेक्निक के परिणाम में जिले की बेटियों का दबदबा
पालीटेक्निक के परिणाम में जिले की बेटियों का दबदबा

मुजफ्फरपुर : बेला स्थित गर्वमेंट महिला पालीटेक्निक की छात्राओं ने स्टेट बोर्ड आफ टेक्निकल एजुकेशन की ओर से जारी परिणाम में दो ब्रांच में सूबे में अव्वल व एक में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। माडर्न आफिस प्रैक्टिस ब्राच की छात्रा सृष्टि लता, लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस की छात्रा आभा कुमारी और सीडीजीटी ब्राच की सृष्टि राज ने तीन वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम में सूबे में पहला स्थान हासिल किया है। वहीं कंप्यूटर साइंस इंजनियरिंग में संस्थान की छात्रा वंदना कुमारी ने प्रदेश भर में तीसरा स्थान प्राप्त कर दबदबा कायम किया है। लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस में छात्रा सुमन कुमारी को राज्य में दूसरा स्थान मिला है। प्राचार्य डा.बरुण राय ने बताया कि पिछले सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम जारी किया गया है। इसमें संस्थान की छात्राओं ने मेहनत की बदौलत सूबे में अपनी पहचान बनाने के साथ ही संस्थान का भी मान बढ़ाया है। बताया कि पालीटेक्निक कालेजों में संचालित 18 ब्राचो के कुल 53 टापर की सूची जारी की गई है। डीएसटी की ओर से मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत सम्मानित किया जाएगा। बताया कि कालेज के सभी ब्रांच में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली 40 छात्राओं को 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा। कहा कि इससे नए सत्र में नामांकन लेने वाली छात्राओं के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।

छुट्टी के दिन में भी शिक्षा विभाग के खुले रहेंगे कार्यालय

छुट्टी के दिन में भी शिक्षा विभाग के दफ्तर खुले रहेंगे। राज्य मुख्यालय ने इसका अनुपालन कराने का आदेश शिक्षा उप निदेशक जिबेंद्र झा को दिया है। राज्य मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि विधानसभा का सत्र 26 से 31 जुलाई तक चलेगा। इस बीच विधानसभा में शिक्षा विभाग से संबंधित किसी तरह के प्रश्न आने पर त्वरित जबाव मांगा जाता है। ऐसे में अधिकारियों को अपने दफ्तरों में रहना अतिआवश्यक है। इस बीच रविवार को छोड़कर अगर कोई छुट्टी के दिन भी आ जाए फिर भी कार्यालय खोलकर पदाधिकारी अपने दफ्तर में रहेंगे, ताकि विधानसभा में उठने वाले प्रश्नों का जवाब दिया जा सके।

chat bot
आपका साथी