समस्तीपुर में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा, बाढ़ का खतरा

24 घंटे में 30 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे गंगा पार दियारा के हरदासपुर सरसावा के अतिरिक्त उत्तरी भाग बिशनपुर बेरी राजपुर डुमरी दक्षिणी व बघड़ा पंचायतों के निचले खेतों में पानी का फैलाव हो रहा है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 03:52 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 03:52 PM (IST)
समस्तीपुर में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा, बाढ़ का खतरा
समस्‍तीपुर के रसलपुर में गंगा नदी की स्थिति। जागरण

समस्तीपुर, जासं। गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। हालांकि इसकी रफ्तार में थोड़ी कमी आई है। 24 घंटे में 30 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे गंगा पार दियारा के हरदासपुर, सरसावा के अतिरिक्त उत्तरी भाग बिशनपुर बेरी, राजपुर, डुमरी दक्षिणी व बघड़ा पंचायतों के निचले खेतों में पानी का फैलाव हो रहा है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दलसिंहसराय के सरारी कैंप के जेई जितेश रंजन ने जानकारी दी कि सभी तटबंध व बाढ़ निरोधी बंडाल सुरक्षित हैं। उन्होंने जानकारी दी कि सोन नदी में पानी का डिस्चार्ज घटकर 1 लाख 3 हजार क्यूसेक पर आ गया है और इलाहाबाद में गंगा नदी का जलस्तर उतरने लगा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि दो दिनों के बाद से यहां भी गंगा नदी का जलस्तर स्थिर हो जायेगा। फिलहाल सरारी में जलस्तर 46.40 सेमी पर पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है। इधर, वाया नदी में भी जलस्तर में वृद्धि जारी है, जिससे बिनगामा, मोहनपुर, सरारी, दशहरा आदि के चौरों में पानी फैल गया है।

बारिश से सोंगर, गुनाई बसही व चकसिकंदर के लोग परेशान 

मोरवा प्रखंड के कई पंचायतों में भारी बारिश के कारण गांव में नाव चलने लगा है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। आवागमन में दिक्कतें हो रही है। विधायक रणविजय साहू ने बुधवार को नाव से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। बताया कि बसही पंचायत के वार्ड संख्या चार के काफी घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। इसी प्रकार सोंगर पंचायत के वार्ड संख्या 2 3,4 और 5 में दर्जनाधिक घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर जाने से लोग बेहाल हैं। समाजसेवी नवीन कुमार सिंह ने अतिशीघ्र जल निकासी की व्यवस्था कराने की मांग विधायक से की। चकसिकंदर पंचायत के वार्ड संख्या चार एवं सात में भी भारी बारिश के कारण जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हाे गई है।लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्रखंड के हजारों हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई है। इसके कारण फसलें बर्बाद हो गई। बताया गया है कि इसको लेकर सीओ प्रीति लता के द्वारा के द्वारा सर्वेक्षण कराया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कदम उठाया जाएगा।

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