मुजफ्फरपुर में धूमधाम से मनाई गई गणेश चतुर्थी, जलाशयों में प्रतिमा का विसर्जन
शहर से गांव तक रविवार को गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई गई। विभिन्न मंदिरों में भगवान गणेश की पूजा और आरती की गई।
मुजफ्फरपुर। शहर से गांव तक रविवार को गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई गई। विभिन्न मंदिरों में भगवान गणेश की पूजा और आरती की गई। इसके बाद नवग्रह से हवन कर जगत कल्याण की कामना की गई। दोपहर बाद दस दिनों से हो रहे गणोशोत्सव का समापन हो गया। पंडालों में स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा का बूढ़ी गंडक समेत आसपास के विभिन्न जलाशयों में विसर्जन कर दिया गया। गुलाल लगाकर श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को गणेश चतुर्थी की बधाई दी। चक्कर रोड स्थित माई होम अपार्टमेंट में लगातार पांचवें वर्ष महाराष्ट्र की तर्ज पर गणेशोत्सव मनाया गया। आयोजक विशाल गुप्ता ने बताया कि दस दिनों तक बच्चों के बीच अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इसमें विजेता बने बच्चों को पुरस्कृत किया गया। पूजा के आयोजन में वैशाली गुप्ता, काशवी आदि ने भी भूमिका निभाई।
बालाजी हनुमान मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़ : गणेश चतुर्थी के मौके पर कालीबाड़ी स्थित बालाजी हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी। मुख्य यज्ञमान अमरेंद्र कुमार अमर ने बताया कि सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की गई। इसके बाद नवग्रह कर्ज माफी, कलश पूजा, भगवान अनंत का शिव सागर रूपी पंच नयन स्नान कराकर अनंत भगवान का कथा का आयोजन हुआ। इसके बाद महाआरती व महाप्रसाद का वितरण किया गया। पं.उपेंद्र मिश्र ने कथा के दौरान भक्तों को बताया कि भगवान अनंत की पूजा से मोक्ष की प्राप्ति होती है। सच्ची निष्ठा से भगवान अनंत की पूजा करने वाले भक्त समस्त कष्टों से मुक्त हो जाते हैं। मौके पर संरक्षक बैजनाथ प्रसाद साहू, शंकर, मनीष, आशा देवी, कांति देवी, सुनीता देवी समेत अन्य मौजूद रहे।
घरों में भी लोगों ने की भगवान अनंत की पूजा : लोगों ने मंदिर के अलावा अपने घरों में भी भगवान अनंत की पूजा की। आनंद की डोर को पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने हाथ में धारण किया। मान्यता है कि इसके धारण करने से व्यक्ति समस्त संकटों से मुक्त हो जाता है।