Sheohar: शहरी गरीबों को मुफ्त में भोजन और गांवों में मनरेगा के तहत रोजगार की बहार
लाॅकडाउन के दौरान गरीबों की सेवा के लिए शिवहर जिला प्रशासन की पहल शहरी गरीबों के लिए शहर के प्रोजेक्ट गर्ल्स स्कूल में सामुदायिक रसोई का संचालन शुरू अगले आदेश तक गरीबों को मिलेगा मुफ्त में भोजन मनरेगा के तहत गांवों में मजदूरों को मिला रोजगार
शिवहर, जासं। लाकडाउन के दौरान गरीबों की सेवा और सहायता को लेकर शिवहर जिला प्रशासन ने अनूठी पहल शुरू की है। डीएम सज्जन राजशेखर के निर्देश पर शहरी क्षेत्र के गरीबों के लिए शहर के प्रोजेक्ट गर्ल्स स्कूल में सामुदायिक रसोई का संचालन शुरू कर लोगों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। यहां अगले आदेश तक सामुदायिक किचेन का संचालन होता रहेगा। साथ ही गरीबों को मिलेगा मुफ्त में दिन-रात भोजन मिलता रहेगा। वैसे शहरी गरीब, जिनका लाकडाउन की वजह से रोजगार प्रभावित हुआ है और जिन्हें भोजन की समस्या है, उनके लिए यह सामुदायिक किचेन शुरू किया गया है। इसके अलावा गांवों में मनरेगा के तहत रोजगार की व्यवस्था की गई है। इसके तहत गांवों में नाला और तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। आगे सड़क का भी निर्माण कराने की तैयारी है। महानगरों से लौटे प्रवासी और स्थानीय मजदूर मिलकर गांवों की तस्वीर बदलने के साथ ही अपनी तकदीर बदलने में लगे है।
डीडीसी विशाल राज ने बताया कि, डीएम के निर्देश पर सभी पंचायतों में मानव दिवस का सृजन कर मजदूरों से काम लिया जा रहा है। बदले में उन्हें मजदूरी दी जाएगी। इससे गांवों का भी विकास होगा। इधर, डीएम सज्जन राजशेखर ने जिले के राशन कार्डधारियों को बड़ी सौगात दी है। इसके तहत मई माह में लाभुकों को मुफ्त में अनाज मिलेगा। इसके लिए लाभुकों को डीलर को कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इस मद की राशि का भुगतान राज्य सरकार करेगी। डीएम ने बताया कि, कोरोना संक्रमण पर नकेल को लेकर लाकडाउन लागू किया गया है। लाकडाउन के दौरान आम जनता की सेवा,सहायता और सुरक्षा के प्रति जिला प्रशासन संकल्पित है। डीएम ने कहा कि, हमें आम जनता की फिक्र है। जिला प्रशासन को सहयोग करें। हम आपकी हर परेशानी को दूर करेंगे। बहरहाल, सरकार के निर्देश का धरातल पर कार्यान्वयन कर शिवहर जिला प्रशासन ने नजीर पेश की है।