Darbhanga : सिकंदराबाद जंक्शन पर पार्सल लेकर गए थे चार, कपड़ा खरीदनेवाले का स्केच जारी
Darbhanga Crime कपड़े की गांठ पहुंचाने में किया गया टैक्सी नंबर हाई प्रोफाइल कार का किया गया इस्तेमाल पुलिस लगी चालक की खोज में कटिहार के एक संदिग्ध युवक के चेहरे से मिल रहा स्केच ।
दरभंगा, जासं। दरभंगा जंक्शन पर हुए ब्लास्ट में प्रयुक्त कपड़े की गांठ को लेकर सिकंदराबाद स्टेशन पर चार लोग गए थे। चारो टैक्सी नंबर की हाई-प्रोफाइल कार से गए थे। किसी को शक नहीं हो सो चारों ने गांठ को कार की डिक्की से निकाला। लेकिन पार्सल कक्ष तक दो ही लोग गए। ये सुराग सिकंदराबाद स्टेशन के बाहरी व अंदर परिसर में लगे सीसी कैमरों के फुटेज से मिले हैं। फुटेज में साफ दिख रहा है कि एक टैक्सी नंबर कार पर चार सवार संदिग्ध जंक्शन के बाहर आए। बाहर निकलते कार की डिक्की खोली। अंदर में सफेद बोरा (गांठ) लेकर सभी लोग आराम से पकड़कर बाहर निकालते हैं। इसके बाद दो व्यक्ति दोनों तरफ से पकड़कर उक्त बोरा (गांठ) को स्टेशन के अंदर ले गए। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि टैक्सी नंबर गाड़ी से कौन लोग आए थे और कौन स्टेशन के अंदर बोरा (गांठ) को उठाकर ले गए। इसकी खोज सिकंदराबाद और बिहार एटीएस कर रही है। दरअसल, जिस तरह के बोरा (गांठ) में दरभंगा स्टेशन पर ब्लास्ट हुआ ठीक उसी तरह की गांठ का फुटेज मिला है।
तो डीवीआर का पासवर्ड मिस
सूत्र बताते हैं कि पार्सल कक्ष के इलाके में लगे डीवीआर का पासवर्ड मिस होने की वजह से फुटेज नहीं मिल रहा। वहां के इंजीनियर पासवर्ड रिकवर करने में लगे हैं। इंजीनियर को सफलता मिलने के बाद और स्थिति साफ हो जाएगी।
दुकानदार की मदद से बना स्केच
इधर, जांच एजेंसी ने बंजारा हिल्स को खंगाला। जहां से कपड़े खरीदे गए थे उस दुकानदार की पहचान की। उसकी मदद से दरभंगा में मिले कपड़ों के आधार पर एक खरीदार का स्केच बनाया गया। बिहार एटीएस की टीम इसकी जांच कर रही है। स्केच से जब संदिग्धों की तस्वीर से मिलान कराया गया तो वह कटिहार जिले के एक संदिग्ध की तरह लगा है। अब संबंधित की खोज कटिहार में भी हो रही है।
एफएसएल को दोबारा भेजा गया प्रदर्श
धमाका से जुड़े प्रदर्श को जब्त कर एफएसएल को दोबारा जांच के लिए भेजा गया था। उसे वहां के अधिकारियों ने लौटा दिया है। बताया जाता है कि बिना सील किए प्रदर्श को भेज दिए जाने के कारण उसे वापस कर दिया गया है। सूत्रों के माने तो दरभंगा जीआरपी ने फिर से सभी प्रदर्श को प्लास्टिक के डब्बा में सीलकर भेजा है।
खंगाले जा रहे छह माह के पार्सल के रिकार्ड
ब्लास्ट मामले को जांच एजेंसी बड़ी गंभीरता से लिया है। अलग-अलग पहलुओं पर जांच की जा रही है। अब पार्सल करने वाले के साथ-साथ स्थानीय कनेक्शन को भी खोजा जा रहा है। ऐसी स्थिति में समस्तीपुर रेल डीएसपी ने दरभंगा पार्सल विभाग से सिकंदराबाद से आने वाली पार्सल के छह माह का रिकार्ड उपलब्ध कराने को कहा है। किस-किस तिथि में पार्सल आया, भेजने वाला और प्राप्त करने वालों का नाम, पता व मोबाइल नंबर के साथ किस सामग्री का पार्सल था इसकी पूरी कुंडली की मांग की है।