समस्तीपुर में शराब पार्टी कर महफिल जमा रहे मुखिया प्रत्याशी समेत चार गिरफ्तार
समस्तीपुर में पंचायत चुनाव में वोटर को लुभाने के लिए अलग-अलग तरीका अपना रहे हैं मुखिया प्रत्याशी। इंटरनेट मीडिया के वाट्सएप से ग्रुप से मिली वीडीओ और तस्वीर सदर डीएसपी शहबान हबीब फाखरी ने किया मामले का पर्दाफाश।
समस्तीपुर, जासं। पंचायत चुनाव को लेकर जारी आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए शराब पार्टी में दोस्तों के साथ महफिल जमा रहे मुफस्सिल थाना के कर्पूरीग्राम गांव के निर्वतमान मुखिया सह भावी मुखिया प्रत्याशी संजीत पासवान समेत चार आरोपितों को पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में पूर्व मुखिया के अलावे कर्पूरीग्राम वार्ड 07 निवासी धीरेंद्र सिंह के पुत्र सोनू सिंह, महेश्वर साह के पुत्र अजय कुमार, डढ़िया बेलार गांव के वार्ड 04 निवासी रामस्वार्थ साह के पुत्र मनोज कुमार साह शामिल हैं।
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पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह के निर्देश पर सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम को यह सफलता हासिल हुई है। शुक्रवार को मुफस्सिल थाना में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सदर डीएसपी शहबान हबीब फाखरी ने मामले का पर्दाफाश किया। बताया कि इंटरनेट मीडिया के वाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से पुलिस को दो अलग-अलग वीडियो और कुछ तस्वीर प्राप्त हुई। इसका अवलोकन किया गया। प्राप्त वीडियो और तस्वीर में यह सामने आया कि शंभूपट्टी वार्ड 10 निवासी गिरीश प्रसाद सिंह के पुत्र चंदन सिंह के घर में पूर्व मुखिया सह मुखिया प्रत्याशी संजीत पासवान के द्वारा शराब पार्टी का आयोजन किया जा रहा हैं। इसमें चंदन कुमार सिंह, पिंटु सिंह, घिरज साह और पकङे गए उक्त आरोपित समेत कुल सात व्यक्ति शामिल हैं। एक वीडियो में पूर्व मुखिया का चेहरा स्पष्ट नजर आ रहा है।
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डीएपी ने बताया कि चूंकि राज्य में पूर्ण शराब बंदी कानून लागू है और पंचायत चुनाव को लेकर क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू है। पूर्व मुखिया और शराब पार्टी में सम्मलित लोगों द्वारा मद्घ निषेघ अधिनियम और आदर्श आचार संहिता का घोर उलंघन किया गया। पूछताछ में पूर्व मुखिया ने बताया कि शराब पार्टी के आयोजन में पंचायत चुनाव में जीतने का हरसंभव प्रयास और शराब व रूपये के बल पर मतदाताओं को प्रभावित करने आदि को लेकर चर्चा हुई थी। डीएसपी ने बताया कि पूर्व मुखिया द्वारा पंचायत चुनाव को लेकर उक्त आरोपितों कि गोलबंदी करके अपने नेतृत्व में शराब पार्टी का आयोजन करना भ्रष्ट आचरण का प्रतीक है। छापेमारी दल में मुफस्सिल थानाध्यक्ष प्रवीण मिश्र, पुअनि विक्रम आचार्य, नगर थानाध्यक्ष अरुण राय, पुअनि कामेश्वर शर्मा समेत सशस्त्र बल शामिल रहे।
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