समस्तीपुर में नशे के खिलाफ पहरेदार बनेगा स्कूलों का प्रहरी क्लब, जल्द होगा गठन

Samastipur News स्कूलों व इंटर कालेजों में बाल प्रहरी क्लब का किया जाएगा गठन क्लब के माध्यम से बच्चों को किया जाएगा जागरूक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण व शिक्षा विभाग मिलकर करेंगे काम कक्षा छह से 12वीं के बच्चों को शामिल कर बाल प्रहरी क्लब का गठन होगा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:21 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:21 PM (IST)
समस्तीपुर में नशे के खिलाफ पहरेदार बनेगा स्कूलों का प्रहरी क्लब, जल्द होगा गठन
सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल के अलावा मदरसा और संस्कृत विद्यालय में भी इस पर नजर रखी जाएगी।

समस्तीपुर, जासं। बच्चों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग व मानव तस्करी पर रोक को लेकर स्कूल कॉलेजों में बाल प्रहरी क्लब अब पहरेदार बनेगा। जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल के अलावा मदरसा और संस्कृत विद्यालय में भी इस पर नजर रखी जाएगी। स्कूल व कॉलेजों में कक्षा छह से 12वीं के बच्चों को शामिल कर बाल प्रहरी क्लब का गठन होगा। इसका पंचलाइन है एक युद्ध नशे के विरूद्ध। ताकि नशा मुक्त भारत के निर्माण में यह क्लब मील का पत्थर साबित हो सके। समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि बाल प्रहरी क्लब नशापान विरोधी व मादक पदार्थों के तस्करी रोकने के लिए पुलिस के सहयोग से संयुक्त अभियान चलाया जाएगा। साथ ही मानव जीवन में मादक द्रव्यों के बुरे प्रभाव व इसके सेवन से होने वाली हानि पर विशेष अभियान चलाकर सभी चयनित बच्चों को जागरूकता किया जाएगा। डीपीओ ने यह भी बताया कि यह अभियान स्कूल से शुरू होकर समुदाय के बीच तक पहुंचेगा। इसमें शिक्षकों, अभिभावकों समेत पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर सामाजिक जागरूकता बढ़ाने का कार्य सामूहिक रूप से किया जाएगा।

बच्चों को गांधी स्मृति सिद्धांतों की दी जाएगी जानकारी

बाल प्रहरी क्लब के बच्चों को गांधी स्मृति सिद्धांतों के साथ प्रहरी बनने के लिए उन्मुख व संवेदनशील बनाया जाएगा। जिलेभर के कक्षा छह से 12वीं तक के स्कूलों के प्रधानाध्यापक व इंटर स्तरीय कॉलेजों के प्राचार्य को बाल प्रहरी का गठन कराने को कहा गया है।

क्लब में 20 से 25 बच्चों को किया जाएगा शामिल

क्लब में छह से 12वीं कक्षा के 20 से 25 बच्चों को शामिल किया जाएगा। यह अभियान स्कूल से शुरू होकर समुदाय के बीच तक पहुंचेगा। बाल प्रहरी क्लब के बच्चों को गांधी स्मृति सिद्धांतों के साथ प्रहरी बनने के लिए उन्मुख व संवेदनशील बनाया जाएगा।

बीईओ व एचएम करेंगे स्कूलों में क्लब का गठन

जिले में प्रहरी क्लब के गठन की जिम्मेवारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रधानाध्यापकों की होगी। बाल प्रहरी क्लब द्वारा नशापान विरोधी व मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस व अभिभावकों के सहयोग से संयुक्त अभियान चलाएगा। प्रहरी क्लब का स्कूलों में संचालन को लेकर स्कूल के शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। नोडल शिक्षक प्रहरी क्लब के बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे।

-बच्चों द्वारा नशीली दवाओं का दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी को रोकने के लिए सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में प्रहरी क्लब का गठन किया जाना है। जिले में कक्षा छह से लेकर 12वीं तक के स्कूल व मदरसों में प्रहरी क्लब का गठन होगा। इसकी प्रकिया शुरू कर दी गई है। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और विद्यालयों के प्राचार्य को आदेश जारी कर दिया गया है। -शिवनाथ रजक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, (समग्र शिक्षा अभियान)।

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