फुटपाथी दुकानदार करेंगे डिजिटल लेनदेन, बगहा में दुकानदारों को किया जा रहा प्रशिक्षित
प्रशिक्षण के दौरान डिजिटल लेनदेन के फायदे व बार कोड की जानकारी दी जा रही। साथ ही उन्हें बार कोड उपलब्ध भी कराया जा रहा है। सभी फुटपाथ विक्रेताओं को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के तहत पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा कर पैनी ड्रॉप ट्रांजैक्शन के गुर सिखाए जा रहे।
पश्चिम चंपारण, जासं । नगर परिषद के डेएनयूएलएम. योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की जानकारी देने व डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए फुटपाथी दुकानदारों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। नगर मिशन प्रबंधक की देखरेख में बैंककर्मियों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान डिजिटल लेनदेन के फायदे व बार कोड की जानकारी दी जा रही। साथ ही उन्हें बार कोड उपलब्ध भी कराया जा रहा है। सभी फुटपाथ विक्रेताओं को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के तहत पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा कर पैनी ड्रॉप ट्रांजैक्शन के गुर भी सिखाए जा रहे हैं।
अब तक कैशलेस पेमेंट की सुविधा बड़े मॉल या दुकानों में ही मिलती थी। अब सब्जी, चाय, चाट एवं फास्ट फूड, फल दुकानों पर भी यह सुविधा मिलेगी। प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा नगर निकाय के सभी ठेले वाले रेहड़ी वाले को 10000 रु. का ऋण बैंकों द्वारा दिया जा रहा है। इस 10000 ऋण का लेन देन जो भी फुटपाथ विक्रेता डिजिटल तरीके से करेंगे, उन्हें प्रति माह एक सौ रुपये का कैश बैक मिलेगा। इस ऋण का अगर नियमित लेनदेन किया जाएगा तो 7 फीसद ब्याज सब्सिडी भी फुटपाथ विक्रेताओं को प्राप्त होगी। ईओ डॉ. अमित कुमार ने बताया कि बगहा नगर परिषद में अभी तक कुल 950 फुटपाथ विक्रेताओं का सर्वे किया गया है। जिसमें से 930 लोगों को सर्टिफिकेट भी दे दिया गया है। 700 फुटपाथ विक्रेताओं का प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत ऋण आवेदन भी करवा दिया गया है।
ऋण आवेदन की प्रक्रिया अभी भी चल रही है । 500 आवेदनों को बैंकों ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इनमें 150 को योजना का लाभ मिल चुका है। सर्वाधिक पंजाब नेशनल बैंक बगहा बाजार शाखा ने 90 दुकानदारों को ऋण दिया है। पंजाब नेशनल बैंक ,नरइपुर द्वारा भी 30 लोगों को ऋण दिया जा चुका है। भारतीय स्टेट बैंक बगहा बाजार द्वारा भी 20 लोगों और बगहा दो के द्वारा पांच को ऋण दिया जा चुका है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया चखनी द्वारा चार, बरवल के द्वारा दो व नारायनपुर द्वारा भी चार लोगों को ऋण दिया गया है। सरकारी बैंकों के साथ-साथ निजी बैंक भी इस कार्य में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। केनरा बैंक बगहा द्वारा भी तीन आवेदकों को ऋण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण में दर्जनों दुकानदार शामिल थे।