कटरा में 60 गांव बाढ़ की जद में
कटरा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। लखनदेई के अलावा बागमती गंडक व सियारी नदी उफान पर है। इससे प्रखंड के करीब 60 गांव बाढ़ की जद में हैं।
मुजफ्फरपुर। कटरा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। लखनदेई के अलावा बागमती, गंडक व सियारी नदी उफान पर है। इससे प्रखंड के करीब 60 गांव बाढ़ की जद में हैं। यहां की 70 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है। पूरे प्रखंड में 48 घंटे से बिजली नदारद है। लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
अंदामा, बसंत, नवादा आदि गांव के दर्जनों परिवार घर छोड़कर अन्यत्र शरण ले चुके हैं। बकुची पावर ग्रिड में पानी घुसने से बिजली की आपूर्ति बाधित है। बाढ़ पीड़ितों के लिए कहीं चिकित्सा केंद्र नहीं बनाया गया है और न सामुदायिक किचन खोला गया है। अधिकारियों की उदासीनता उनकी पीड़ा बढ़ा रही है। रविवार को क्षेत्र का दौरा करने के दौरान सीओ को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था।
पारू में उसती में तीन नाव कराई गईं उपलब्ध : पारू प्रखंड की उसती पंचायत के उसती सिंगाही गाव के बाढ़ पीड़ितों के आवागमन के लिए अंचल अधिकारी अनिल भूषण ने तीन नाव उपलब्ध कराई हैं। परामर्श समिति अध्यक्ष मंजू देवी ने बताया कि पाच नावों की माग की गई थी, लेकिन अभी तीन मिली हैं।
पानी भरने से जाफरपुर सरकारी बाजार बाधित : प्रखंड की पुरानी और व्यावसायिक सरकारी बाजार में जलजमाव से बाजार लगाना मुश्किल हो गया है। चारों तरफ रोड ऊंची हो जाने से बारिश का पानी बाजार में जमा हो जाता है। इससे सब्जी, राशन समेत अन्य सामान बेचने वालों को परेशानी होती है। कुछ दुकानदारों के रोड किनारे दुकान लगाए जाने से आवागमन भी बाधित होने लगा है। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज ठाकुर ने सासद वीणा देवी व डीएम प्रणव कुमार को पत्र लिखकर बाजार को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए नाला निर्माण कराने की माग की है।