साहेबगंज में गंडक नदी में बाढ़ से तिरहुत तटबंध पर बढ़ा खतरा
साहेबगंज में गंडक नदी में बाढ़ को लेकर तिरहुत तटबंध पर खतरा बढ़ गया है। वहीं गंडक परियोजना के अधिकारी बाध की मरम्मत कराने में जुटे हुए हैं।
मुजफ्फरपुर। साहेबगंज में गंडक नदी में बाढ़ को लेकर तिरहुत तटबंध पर खतरा बढ़ गया है। वहीं, गंडक परियोजना के अधिकारी बाध की मरम्मत कराने में जुटे हुए हैं। अधिकारियों का दल हुस्सेपुर गंडक डाक बंगला में कैंप कर रहा है।
माधोपुर हजारी वार्ड नंबर सात में नदी की तरफ से तिरहुत तटबंध पर बढ़ते दबाव को लेकर बोरियों में मिट्टंी भरकर बाध की बचाने और मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है। वहीं पानी की धार को कमजोर करने के लिए बांस-बल्ला लगाकर घेराव किया गया है। विभागीय कनीय अभियंता अमरेश कुमार निराला ने बताया कि स्थित सामान्य है। तिरहुत तटबंध को कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि बाल्मिकी नगर बराज से छोड़ा गया चार लाख 4 हजार क्यूसेक पानी तेजी से पास कर रहा है। वहीं सोमवार सुबह छोड़ा गया तीन लाख 57 हजार 440 क्यूसेक पानी बुधवार तक पहुंचने की संभावना है। पानी से घिरे लोग घर छोड़कर बांध पर शरण ले रहे हैं। वहां वे बिजली, पानी व भोजन की समस्याओं से जूझते हुए साप-बिच्छू के भय से रातभर जागकर काट रहे हैं। बारिश भी उनकी समस्या बढ़ा रही है। नाव के अभाव में लोग छाती भर पानी हेलकर ऊंचे स्थानों तक पहुंच रहे हैं।
प्रशासन ने नहीं लिया संज्ञान, जहसहयोग से भर दी सड़क : प्रशासन के संज्ञान नहीं लेने पर हुस्सेपुर रति पंचायत के हुस्सेपुर पचरुखिया गाव में ग्रामीण सड़क पर गंडक नदी के पानी का दबाव बढ़ने पर सोमवार सुबह ग्रामीणों ने पंचायत के पैक्स अध्यक्ष बिट्टू कुमार यादव के नेतृत्व में जन सहयोग से मिट्टी से भरी बोरियां सड़क किनारे रखीं। इससे सड़क का हो रहा कटाव थम गया और ग्रामीणों ने राहत की सास ली।