पश्चिम चंपारण में बाढ़ का कहर जारी, लोगों के घरों में घुसा पानी
पश्चिम चंपारण के थरुहट क्षेत्र के दर्जनों गांवों में दूसरे दिन भी बाढ़ का कहर जारी रहा। पहाड़ी नदी भपसा का पानी घरों में जमा रहने से लोग परेशान रहे। गंडक बराज से 92 हजार नौ सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
जाटी, मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार के कई क्षेत्रों में शनिवार को जमकर बारिश हुई। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। पश्चिम चंपारण के थरुहट क्षेत्र के दर्जनों गांवों में दूसरे दिन भी बाढ़ का कहर जारी रहा। पहाड़ी नदी भपसा का पानी घरों में जमा रहने से लोग परेशान रहे। गंडक बराज से 92 हजार नौ सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बगहा दो प्रखंड के भड़छी गांव में कच्चे घर की दीवार गिरने से दो बच्चे आंशिक रूप से घायल हो गए। मैनाटांड़ थाना क्षेत्र के रमपुरवा गांव में भी घर गिर पड़ा। परिवार के सदस्यों ने भागकर जान बचाई। पूर्वी चंपारण के बंजरिया और सुगौली प्रखंड में फिर बाढ़ का पानी फैल रहा है। शिवहर में बागमती नदी उफान पर रही। बुनियादगंज डायवर्सन पर पानी बहने से शिवहर-सीतामढ़ी एनएच -104 पर लगातार चौथे दिन आवागामन ठप रहा। मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक और समस्तीपुर में गंडक व नून नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी रही। रोसड़ा में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान को पार गई है। दरभंगा जिले के जाले प्रखंड के राढ़ी गांव में वज्रपात से एक युवक की मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर में ठनका गिरने से दो किशोरी की मौत
हथौड़ी (मुजफ्फरपुर), संस : थाना क्षेत्र के बरहद गांव में शनिवार की सुबह ठनका गिरने से दो किशोरी की मौत हो गई। वहीं, एक किशोरी घायल हो गई जिसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया। मृतका की पहचान मोगल सहनी की 15 वर्षीय पुत्री दीपा कुमारी व गणेश सहनी की 13 वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी के रूप में हुई है। वहीं, घायल की पहचान दिनेश सहनी की पुत्री रागिनी कुमारी के रूप में हुई है। सभी बरहद गांव निवासी बताई गईं हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक सुबह सभी बच्ची शौच के लिए घर के समीप आम के बगीचे में गई थी। लगभग साढ़े पांच बजे जोर की आवाज के साथ ठनका गिरा। लगा कि घर पर ही गिरा। बारिश थमने पर लोग जब बगीचे की तरफ गए तो दोनों को मृत पाया। वहीं, एक बुरी तरह झुलस गई थी। सूचना पर पहुंची हथौड़ी पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम हेतु एसकेएमसीएच भेज दिया। मुखिया लालबाबू बैठा ने ठनका गिरने से मौत की पुष्टि की है। इधर, बच्चियों की मौत पर स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ग्रामीण उन्हें सांत्वना देने में जुटे रहे।