आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे थोक व खुदरा उवर्रक विक्रेता
विभिन्न उर्वरकों को एमआरपी पर बेचने के लिए कृषि विभाग के फैसले के खिलाफ सोमवार से थोक व खुदरा खाद व्यवसायी हड़ताल पर रहेंगे।
मुजफ्फरपुर :: विभिन्न उर्वरकों को एमआरपी पर बेचने के लिए कृषि विभाग के फैसले के खिलाफ सोमवार से थोक व खुदरा खाद व्यवसायी हड़ताल पर रहेंगे। आंदोलन को सफल बनाने के लिए व्यवसायियों ने सिकंदरपुर में बैठक की। व्यवसायियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने जो एमआरपी तय किया, उसके बाद उसे रैक प्वाइंट से लेकर गोदाम से दुकान तक पहुुंचाने में उठाव खर्च लगता है। इसलिए उठाव खर्च को भी एमआरपी पर जोड़कर बिक्री का दाम किसानों के लिए तय हो। अगर एमआरपी पर बेचेंगे तो उठाव का खर्च कहां से आएगा। इसलिए उर्वरक के मूल्य निर्धारण को लेकर थोक विक्रेता एवं खुदरा विक्रेताओं ने 21 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीयूष रंजन एवं खुदरा उर्वरक विक्रेता संघ के अध्यक्ष सुधांशु नारायण सिंह की अध्यक्षता में आंदोलन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में थोक विक्रेताओं ने उर्वरक के बोरों पर अंकित एमआरपी पर उर्वरक बेचने में अपनी असमर्थता जाहिर करते हुए उर्वरक उठाव एवं वितरण नहीं करने का निर्णय लिया। उर्वरक विक्रेताओं ने इस संबंध में जिलाधिकारी के साथ आयोजित उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में भी अपना प्रस्ताव दिया था। जिलाधिकारी ने इसपर कमेटी बनाकर निर्णय करने की बात कही थी। लेकिन, उसका कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। विक्रेताओं का कहना था कि बोरों पर जो एमआरपी निर्धारित है उस पर उर्वरक आपूर्ति करना संभव नहीं है। वहीं, खुदरा विक्रेता भी किसानों को नहीं दे पाएंगे। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा जो बार-बार कहा जा रहा है, उर्वरक एमआरपी पर ही बेचना पड़ेगा। यह संभव नहीं। बैठक में थोक विक्रेता संजू हिसारिया, सुनील हिसारिया, गिरधारी लाल हिसारिया, सुनील मोटानी ,शिवनाथ मोटानी, दिलीप कुमार ,दिलीप ओझा, प्रवीण कुमार दुबे ,सतीश कुमार आदि उपस्थित थे।