मुजफ्फरपुर पुलिस लाइन में महिला सिपाही ने लगाई आग, जांच पड़ताल शुरू

Muzaffarpur Crime निजी अस्पताल में इलाज के बाद नाजुक स्थिति देख दोनों को पटना किया गया रेफर अक्सर पति-पत्नी के बीच होता था विवाद जांच में जुटी पुलिस नालंदा में महिला सिपाही का मायका पटना के बाढ़ में ससुराल।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 07:19 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:19 AM (IST)
मुजफ्फरपुर पुलिस लाइन में महिला सिपाही ने लगाई आग, जांच पड़ताल शुरू
घरेलू व‍िवाद में मह‍िला स‍िपाही ने लगाई आग। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मुजफ्फरपुर, जासं। अहियापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन में सरकारी क्वार्टर में महिला सिपाही रागिनी कुमारी व पति मुन्ना कुमार संदिग्ध स्थिति में आग से झुलस गए। आनन-फानन में दोनों को बैरिया के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां गंभीर स्थिति देख चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों ने बताया कि 90 फीसद महिला का व 40 फीसद उसके पति का शरीर झुलस चुका है।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद में महिला सिपाही द्वारा शरीर पर तेल छिड़ककर आग लगा खुदकुशी की कोशिश की बात सामने आई है। उसे बचाने में पति भी झुलस गए। घटना के बाद पुलिस लाइन में अफरा-तफरी मच गई। दूसरी ओर घटना प्रकाश में नहीं आए इसके लिए पुलिस की तरफ से इसे पूरी तरह दबाने की कोशिश की गई।

पुलिस पूछताछ में मुन्ना ने बताया कि गैस सिलेंडर से आग लग गई थी। रागिनी को बचाने में वह भी झुलस गया। वह कोई काम नहीं करता है। पत्नी के साथ सरकारी क्वार्टर में रहता है। जांच को पहुंचे पुलिस अधिकारियों को स्थानीय पुलिसकर्मियों ने बताया कि दोनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता था। विवाद बढऩे पर अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया जाता था। कहा गया कि बुधवार को भी दोनों के बीच विवाद हुआ था।

नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद की बात सामने आई है। आग कैसे लगी। इसका पता नहीं चल सका है। बताते हैं कि महिला पति व दो बच्चों के साथ पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर में रहती हैं। वह कचहरी परिसर में सुरक्षा डयूटी में प्रतिनियुक्त हैं। पटना के बाढ़ में महिला सिपाही की ससुराल है। घटना की जानकारी पर रागिनी के पिता व भाई रिश्तेदार के साथ पुलिस लाइन स्थित क्वार्टर पर आए। नालंदा गोमहर निवासी भाई संजीत कुमार का पुलिस ने बयान दर्ज किया। इसमें आग कैसे और क्यों लगी इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही है। डीएसपी ने कहा कि फिलहाल सिपाही या पति बयान देने की स्थिति में नहीं है। रागिनी के दोनों बच्चों से भी जानकारी ली गई है। जख्मी के बयान के बाद ही आग लगने का सच सामने आएगा। वैसे सिपाही के भाई का फर्द बयान दर्ज किया गया है। साथ ही सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। एफएसएल टीम से भी कमरे की जांच कराई जाएगी। प्रारंभिक जांच में कमरे से केरोसिन व पेट्रोल जैसी गंध आ रही थी। कमरे को बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा कि बुधवार सुबह रागिनी व मुन्ना घर में थे। दोनों बच्चे घर के बाहर थे। इसी क्रम में अचानक रागिनी के चिल्लाने पर क्वार्टर में रहने वाले अन्य लोग जुटे। घर से धुआं निकल रहा था। लोग किसी तरह फ्लैट का गेट खोलकर अंदर गए। दोनों एक कमरे में बंद थे। उसका दरवाजा तोड़कर लोग अंदर घुसे। इसके बाद अस्पताल पहुंचाया गया।

--दोनों के बीच अक्सर घरेलू विवाद होता था। आग लगाई या लग गई इस बिंदु पर डीएसपी के नेतृत्व में जांच कराई जा रही है। दोनों के मोबाइल का भी डिटेल्स खंगाला जा रहा है। -जयंत कांत, एसएसपी

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