जलस्तर में वृद्धि से एक बार फिर सताने लगा बाढ़ का भय
कटरा प्रखंड में बागमती के जलस्तर में मंगलवार को वृद्धि दर्ज की गई।
मुजफ्फरपुर : कटरा प्रखंड में बागमती के जलस्तर में मंगलवार को वृद्धि दर्ज की गई। एकबार फिर लोगों को बाढ़ का भय सताने लगा। जलस्तर कम होने से पीड़ितों ने जो राहत की सांस ली थी, वह राहत फिर मलीन होती दिख रही है। पीड़ितों के मन में बाढ़ का भय समाने लगा है।
बागमती के जलस्तर में लगभग एक फीट की वृद्धि हुई। विस्थापन की पीड़ा झेल चुके बाढ़ पीड़ितों को भय सताने लगा। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या पशुपालन व खेती को लेकर है। जलस्तर बढ़ने पर मवेशियों को लेकर ऊंचे ठिकाने पर शरण लेनी पड़ती है, जहा कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पडता है। पशु चारे पहले ही बाढ़ की भेंट चढ़ चुके हैं। किसान किसी तरह मवेशियों के भोजन का जुगाड़ करते हैं। लेकिन विस्थापित होने के बाद कई समस्याएं सामने आ जाती हैं। कई मार्ग पहले ही बाढ़ में टूट चुके हैं जिससे आवागमन की परेशानी बनी हुई है। अब अगर जलस्तर बढ़ता है तो घर से निकलना मुश्किल होगा। बाढ़ के कारण बच्चों की पढ़ाई विगत तीन महीने से बाधित है। अब जब स्कूल खुलने की बात हो रही है तो बाढ़ का खतरा भय पैदा करने लगा है। तेहवारा, बुधकारा, बंधपुरा, बेलपकौना, चंगेल आदि में जाने का मार्ग दुर्गम है। जरूरतमंद अधिक दूरी तय कर दूसरे मार्ग से आते जाते हैं।
लखनदेई व मनुषमारा के जलस्तर ने बढ़ाई चिंता
औराई मेंबागमती नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर के बीच स्थिति सामान्य है। लोगों को आवागमन में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, लखनदेई व मनुषमारा नदी के जलस्तर में मंगलवार को उफान देखा गया। दो से तीन फीट जलस्तर में वृद्धि से एक बार फिर तीसरी बार की गई रोपनी के धान के पौधे डूबने लगे हैं। किसान कन्हैया शाही, कृष्णकात शाही ने बताया कि राजखंड उत्तरी, दक्षिणी, औराई, आलमपुर सिमरी, रामपुर, बभनगामा, नयागाव समेत 16 पंचायतों में पानी तेजी से फैलने लगा है जिससे एक बार फिर बाढ़ का संकट गहरा गया है। सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है। वहीं, लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर बसें बेघर बाढ़ पीड़ितों की दशा बद से बदतर बनी हुई है। सरकारी स्तर पर बाढ़ पीड़ितों को पालीथिन शीट की व्यवस्था सही तरीके से नहीं की जा रही है। लोग औराई को बाढ़ग्रस्त घोषित नहीं करने व मुआवजा नहीं देने से आक्रोशित हैं। लोगों ने राजस्व मंत्री रामसूरत राय से दूरभाष पर बात कर सहायता मांगी है।