मधुबनी में फर्जी शिक्षकों की जाएगी नौकरी, निगरानी ने दर्ज कराई प्राथमिकी
Madhubani News निगरानी जांच में प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी डीईओ ने नियोजन इकाई को फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्ति की प्रक्रिया पूरी करने का दिया निर्देश प्रााथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू ।
मधुबनी, जासं। जिले के दो फर्जी शिक्षकों की नौकरी जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निगरानी जांच में प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद इन शिक्षकों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इधर, डीईओ ने दोनों फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त कर अनुपालन रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश बेनीपट्टी नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी एवं अकौर पंचायत नियोजन इकाई को दिया है।
डीईओ ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर निगरानी जांच के तहत नियोजित शिक्षकों की शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच के क्रम में बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र स्थित पंचायत नियोजन इकाई, अकौर से संबंधित प्राथमिक विद्यालय, डुमरा के शिक्षक किशोर पासवान एवं प्राथमिक विद्यालय बेहटा की शिक्षिका नमता कुमारी का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। जिस कारण इन शिक्षकों के विरूद्ध संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है।
फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्ति के लिए प्राथमिकी संबंधी रिपोर्ट तलब
फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्त्ता से रिपोर्ट तलब किया है। डीईओ ने निगरानी विभाग के जांचकर्ता को पत्र भेजकर निगरानी जांच के उपरांत फर्जी प्रमाण पत्र पर कार्य कर रहे शिक्षकों पर दर्ज प्राथमिकी की रिपोर्ट मांगी है, ताकि उनकी सेवा समाप्ति की प्रक्रिया पूरी की जा सके।
निगरानी को भेजे गए पत्र के माध्यम से डीईओ ने अनुरोध किया है कि सीडब्ल्यूजेसी नं.-15459/14 रंजीत पंडित बनाम राज्य सरकार में उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में मधुबनी जिला के वैसे शिक्षक एवं शिक्षिका जिनके प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए जाने एवं नियोजन में अनियमितता बरते जाने के कारण प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, से संबंधित सभी मामलों से जुड़े प्राथमिकी आदेश, प्राथमिकी संख्या के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को रिपोर्ट समर्पित किया जाए, ताकि विभागीय निर्देश के आलोक में ऐसे फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के लिए संबंधित नियोजन इकाई को आदेश दिया जा सके।