West Champaran : नरकटियागंज में खुलेगा नेत्र अस्पताल, प्रतिवर्ष 10 हजार मरीजों का होगा ऑपरेशन
West Champaran विश्व मानव सेवा आश्रम की पहल पर मुंबई का भंसाली ट्रस्ट खोल रहा अस्पताल चंपारण वासियों को मिलेगा मुफ्त जांच और ऑपरेशन का लाभ आश्रम परिसर में तैयार हुआ 20 लाख का शेड जल्द शुरू होगा अस्पताल का शेष निर्माण कार्य
पश्चिम चंपारण (नरकटियागंज ), जासं। गरीब और असहाय बच्चों की सेवा के साथ साथ विश्व मानव सेवा आश्रम चंपारण के नेत्र रोगियों के कल्याण के लिए अच्छी पहल शुरू की है। आश्रम के प्रयास से भंसाली ट्रस्ट मुंबई द्वारा नरकटियागंज में नेत्र अस्पताल संचालित किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक साल करीब 10 हजार मरीजों के आंख का ऑपरेशन होगा। आश्रम के संस्थापक शत्रुघ्न झा ने बताया कि भंसाली ट्रस्ट द्वारा आश्रम परिसर में करीब 20 लाख की लागत से एक भव्य शेड का निर्माण किया गया है। इस शेड में करीब 500 मरीजों के रहने की व्यवस्था है। इसके बगल में जल्द ही अस्पताल बनने का कार्य भी शुरू हो जाएगा।
प्रत्येक वर्ष दो बार शिविर आयोजित किए जाएंगे। एक-एक सप्ताह के लिए लगने वाले शिविर में प्रतिदिन पांच मरीजों का ऑपरेशन होगा। उन्हें मुफ्त में ऑपरेशन के साथ-साथ दवा, चश्मा, खाना भी दिया जाएगा। इसके लिए तीन ऑपरेशन थिएटर बनाने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि सामान्य नेत्र रोगियों की भी नि:शुल्क जांच होगी। अस्पताल संचालन में मरीजोंं की सेवा के बाबत संस्थापक श्री झा ने बताया कि इस दिशा में आश्रम अपने विभिन्न केंद्रों अजुआ, बंजरिया के माध्यम से सेवा करता रहा है।
कोविड-19 की आपदा को लेकर एक साल विलंब हो गया है। जल्द ही इस दिशा में शेष कार्य भी शुरू हो जाएंगे। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो साल के अंत में कैंप का संचालन भी प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मुंबई, गुजरात के नेत्र विशेषज्ञ जांच और ऑपरेशन करेंगे। इसके पूर्व टीम गांव-गांव घूमकर मरीजों की जांच करेगी। फिर उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
विश्व मानव सेवा आश्रम के प्रयास से भंसाली ट्रस्ट पहले भी शिविर आयोजित कर चुका है। वर्ष 2008 से 2017 तक प्रत्येक साल एक बार शिविर का आयोजन किया गया। उस समय सरकारी अस्पताल में शिविर संचालित होते रहे। मगर वहां बढ़ रहे मरीजों की संख्या और संस्था द्वारा चंपारण के जरूरतमंद लोगों के लिए स्थायी व्यवस्था के तहत अब आश्रम परिसर में अस्पताल खुलेगा। आश्रम परिवार शिविर के संचालन में पहले भी मरीजों का देखभाल करता रहा है और स्थाई अस्पताल हो जाने से सेवा करने का बड़ा अवसर मिलेगा। आश्रम के संस्थापक ने बताया कि बीच के चार साल शिविर के आयोजन नहीं किए गए। अब संस्था ने स्थायी रूप से यहां शिविर संचालन का निर्णय लिया है। इसका लाभ क्षेत्र के गरीब और असहाय लोगों को मिलेगा। शिविर में पूर्व की भांति मुफ्त ऑपरेशन और जांच किया जाएगा।