लीची को विदेशों तक पहुंचाएगा मुंबई का आयात-निर्यात बैंक

राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुशहरी के सभागार में बिहार लीची उत्पादक संघ के बैनर तले लीची उत्पादकों प्रसंस्करणकर्ताओं एवं लीची व्यापारियों की बैठक हुई जिसमें भारत आयात-निर्यात बैंक मुंबई के दो महाप्रबंधकों धर्मेंद्र सचर व लोकेश कुमार ने लीची निर्यात की अपार संभावना जताई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 01:25 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 01:25 AM (IST)
लीची को विदेशों तक पहुंचाएगा मुंबई का आयात-निर्यात बैंक
लीची को विदेशों तक पहुंचाएगा मुंबई का आयात-निर्यात बैंक

मुजफ्फरपुर: राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुशहरी के सभागार में बिहार लीची उत्पादक संघ के बैनर तले लीची उत्पादकों, प्रसंस्करणकर्ताओं एवं लीची व्यापारियों की बैठक हुई जिसमें भारत आयात-निर्यात बैंक मुंबई के दो महाप्रबंधकों धर्मेंद्र सचर व लोकेश कुमार ने लीची निर्यात की अपार संभावना जताई। उन्होंने बताया कि इसके लिए जो भी जरूरत हो, बैंक आपके साथ है। सिर्फ जरूरत है, सभी प्रसंस्करणकर्ताओं के एकजुट होने की। उन्होंने तापक्रम आधारित पैकेज तैयार करने पर बल देते हुए कहा कि आप सभी तैयार हों तो भारत पैकेजिंग कंपनी द्वारा प्रशिक्षण दिलाकर यहा ही स्थानीय स्तर पर तापक्रम आधारित पैकेजिंग का उत्पादन कराया जा सकता है। इस कार्य के लिए जिले के ढेबहा निवासी उद्योगपति अरुण कुमार चौधरी सामने आए हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि हम अपने शीतक केंद्र को आवश्यकता अनुसार विस्तार देकर लीची को आगे बढ़ाने को तैयार हैं। कार्यक्रम में शामिल अन्य लोगों ने सरकारी सहायता तथा अनुदान पर प्रकाश डाला। केंद्र निदेशक एसडी पांडेय ने कहा कि इससे बेहतर मौका किसानों एवं प्रसंस्करण कर्ताओं को नहीं मिलेगा जब बैंक भी हर तरह के सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने बैंक अधिकारियों का आभार जताया कि मुजफ्फरपुर की लीची को देश- विदेश भेजने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने के लिए मुंबई से यहा तक आए। वहीं, संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने भी अपने विचार रखे।

सेविका चयन में अनियमितता की शिकायत

साहेबगंज प्रखंड के वासुदेवपुर सराय वार्ड नं 5 स्थित आगनबाड़ी केंद्र संख्या 223 पर सेविका चयन में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जाचोपरांत कार्रवाई की माग डीएम से की गई है। वीरेंद्र साह का आरोप है कि वार्ड में अतिपिछड़ी जाति की आबादी सर्वाधिक है। बावजूद सीडीपीओ ने आबादी के विपरीत सर्वेक्षण कराकर सेविका का चयन कर दिया। चयनित सेविका के ससुर, सास तथा जेठ सरकारी सेवा में हैं।

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