स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराने की सिडिकेट से मिली मंजूरी
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से सोमवार को विवि के केंद्रीय पुस्तकालय स्थित कान्फ्रेंस हाल में सिडिकेट की बैठक कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय की अध्यक्षता में हुई।
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से सोमवार को विवि के केंद्रीय पुस्तकालय स्थित कान्फ्रेंस हाल में सिडिकेट की बैठक कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय की अध्यक्षता में हुई। इसमें परीक्षा के नए पैटर्न, शीघ्र परिणाम, सत्र नियमित करने, विवि में हेल्थ सेंटर का जीर्णोद्धार, कालेजों व पीजी विभागों को डिजिटलाइज्ड कराने के मुद्दे पर सभी सदस्यों की सहमति बनी।
कुलपति ने बताया कि स्नातक सत्र 2019-22 के प्रथम वर्ष की परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। दो घंटे की परीक्षा में छात्रों को 50 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। छात्रों की सुविधा के लिए परीक्षा से 15 दिन पहले विवि की वेबसाइट पर प्रश्नपत्र का माडल उपलब्ध कराया जाएगा। ओएमआर शीट में प्राथमिक जानकारियों को भरने के लिए परीक्षार्थियों को 15 मिनट अतिरिक्त समय दिया जाएगा। परीक्षा की तिथि सरकार के निर्देश के बाद जारी होगी।
परीक्षा के संचालन के तीन दिनों के भीतर परिणाम जारी हो जाएगा। इसपर सदस्यों ने कहा कि परिणाम में त्रुटि नहीं रहे इसपर विशेष ध्यान देना होगा। पेंडिग के चक्कर में छात्र शोषण का शिकार होते हैं। बताया कि अतिथि शिक्षकों का सेवा विस्तार करने के लिए कालेजों से परफार्मेंस रिपोर्ट मंगाई गई है। इसको लेकर कुलपति के नेतृत्व में कमेटी गठित होगी। इसमें एक नामित विशेषज्ञ, संबंधित विषय के विभागाध्यक्ष, अध्यक्ष छात्र कल्याण और कुलसचिव होंगे। सरकार के निर्देशों के अनुसार 11 महीने के लिए इनकी सेवा विस्तारित की जाएगी। इनका मानदेय 25 से बढ़ाकर अब 50 हजार कर दिया जाएगा। इसपर सभी सदस्यों की सहमति बन गई। बताया कि सभी अंगीभूत और संबद्ध कालेजों में विभिन्न मदों में प्राप्त अनुदान और लेनदेन का विवि स्तर पर आडिट कराया जाएगा। विवि के बंद पड़े हेल्थ सेंटर में चिकित्सक और अन्य संसाधनों की आपूर्ति के लिए सरकार को लिखा जाएगा। तत्काल सीएस से अनुरोध कर चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति कराने का निर्णय लिया गया। वहीं कालेज व विवि में अनुकंपा पर बहाली की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। इसके लिए 15 जुलाई तक अनुकंपा समिति की बैठक होगी। बैठक में प्रतिकुलपति डा.रवींद्र कुमार, कुलसचिव डा.आरके ठाकुर, कुलानुशासक डा.अजीत कुमार, अध्यक्ष छात्र कल्याण डा.अभय कुमार सिंह, डा.सतीश कुमार राय, डा.शिवानंद सिंह, डा.हरेंद्र कुमार, डा.धनंजय समेत अन्य अधिकारी और सदस्य मौजूद थे।
पीजी विभाग और कालेज होंगे डिजिटलाइज्ड : विवि के सभी पीजी विभागों और कालेजों में कंप्यूटर सेंटर और उसे संचालित करने के लिए तकनीकी कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। कुलपति ने कहा कि सभी विभागों और कालेजों को पूरी तरह डिजिटलाइज्ड करना है। इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठित की गई है। कमेटी सभी कालेजों और विभागों से डाटा एकत्रित कर विवि को उपलब्ध कराएगी। शिक्षक छात्रावासों की मरम्मत के लिए विभाग को पत्र भेजा जाएगा। बताया गया कि इसका मासिक किराया सरकार के पास जाता है, ऐसे में उसके मेंटेनेंस की राशि वहीं से मुहैया कराई जाएगी। अभियंता के नहीं होने से कार्य प्रभावित होने के मुद्दे को सदस्यों ने प्रमुखता से उठाया। इसपर कहा गया कि तीन सहायक अभियंताओं की नियुक्ति अनुबंध के आधार पर की जाएगी। इसके लिए अगले महीने विज्ञापन निकाला जाएगा।
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नैक मूल्यांकन को शीघ्र एसएसआर तैयार करें कालेज :
विश्वविद्यालय समेत दर्जनभर से अधिक कालेजों का दूसरे चरण के लिए नैक होना है। वहीं, करीब चार दर्जन डिग्री और अंगीभूत कॉलेजों का प्रथम चरण के लिए नैक मूल्यांकन होना है। इसको लेकर निर्णय लिया गया कि शीघ्र सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) कालेजों की ओर से तैयार की जाए। एलएनटी कालेज के प्राचार्य डा.संजय को अन्य कालेजों के नैक मूल्यांकन के लिए एसएसआर तैयार कराने में मदद के लिए जिम्मेदारी दी गई।