सदैव याद किए जाते रहेंगे गरीबों के हितैषी पूर्व मंत्री रामविचार राय

जिले के गरीबों के राजनीतिक इतिहास में पूर्व कृषि मंत्री रामविचार राय सदैव याद किए जाते रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:52 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 01:52 AM (IST)
सदैव याद किए जाते रहेंगे गरीबों के हितैषी पूर्व मंत्री रामविचार राय
सदैव याद किए जाते रहेंगे गरीबों के हितैषी पूर्व मंत्री रामविचार राय

मुजफ्फरपुर : जिले के गरीबों के राजनीतिक इतिहास में पूर्व कृषि मंत्री रामविचार राय सदैव याद किए जाते रहेंगे। वे गरीबों के साथ होने वाले हर जुल्म- अत्याचार के खिलाफ खड़े रहे। सामाजिक न्याय की लड़ाई को मजबूत बनाने के साथ साहेबगंज में शांति और विकास का नया आयाम दिया। उक्त बातें पूर्व सासद राजनीति प्रसाद ने देवरिया राजद कार्यालय परिसर में श्रद्धाजलि सभा को संबोधित करते हुए कहीं। विधायक अनिल कुमार सहनी ने कहा कि उन्होंने जिले में राजद परिवार को मजबूत बनाने का काम किया। विधायक निरंजन राय ने कहा कि उन्होंने संघर्ष के बल पर राजनीतिक मुकाम हासिल की थी। विधायक ईसराइल मंसुरी ने पूर्व मंत्री को गरीबों का मसीहा और एक मजबूत राजनीतिक स्तंभ बताया। शोकसभा के दौरान वक्ताओं ने रामविचार मंच गठन करने का प्रस्ताव दिया। श्रृद्धाजलि सभा को जयशकर प्रसाद यादव, रमेश गुप्ता, पूर्व विधायक मिथिलेश प्रसाद यादव, शकर प्रसाद यादव, पृथ्वीनाथ राय, तुलसी राय, रामचंद्र प्रसाद यादव, सुरेश राम, एमडी सोनू, महेश्वर यादव, अरुण कुमार सिंह, अनिल राय, सत्यनारायण प्रसाद यादव, संतोष बसंत, मनोज राय, ललन कुमार राय, पूर्व मुखिया विनोद कुमार, राजेंद्र राम, जेपी यादव, उपेंद्र यादव, संजय प्रसाद साह, रामेश्वर गुप्ता, वशिष्ठ भक्त, मिथिलेश कुशवाहा, उपप्रमुख बेताव सिद्दिकी, संजय कुमार साह, रामेश्वर गुप्ता आदि ने संबोधित किया। संचालन सत्यदेव पंडित ने किया।

विस्थापितों की समस्या को लेकर खोला मोर्चा

बागमती परियोजना उत्तरी व दक्षिणी बाध के बीच बसे एक दर्जन गावों के विस्थापित परिवारों को 12 वर्षो से पुनर्वास की जमीन मुहैया नहीं हो सकी है। मुआवजा एवं पुनर्वास के साथ अन्य समस्याओं को लेकर बागमती पुनर्वास संघर्ष मोर्चा की ओर से जोंकी गाव के लोगों ने अलग-अलग तीन जगहों पर समूहबद्ध होकर अपनी अपनी मागें रखी। लोगों ने कहा कि सरकार वर्तमान दर पर मकान मय सहन का अविलंब भुगतान करे, क्योंकि जमीन और भवन निर्माण सामग्री की कीमत बहुत बढ़ गई है। बाध निर्माण में अधिग्रहित जमीन का बकाया 20 फीसद तुरंत भुगतान हो। मकान घर की मापी में त्रुटि को ठीक किया जाए, शीघ्र सभी बालिगों को पुनर्वासित किया जाए। सड़क आदि बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो। बाढ़ विस्थापितों के सर पर है। लोग डरे सहमे हुए हैं, जबकि सरकार कुंभकरण की नींद सोई हुई है। मोर्चा के संयोजक मनोज कुमार यादव ने कहा कि जोंकी के अलावा चहुंटा, चैनपुर, बभनगामा, बारा, महुआरा ,मधुवन प्रताप आदि गाव में भी सैकड़ों लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। बहुत लोगों को मुआवजा की नोटिस देकर वापस ले लिया गया है। बेनीपुर और जीवाजोर के अलावा कहीं के विस्थापित को बसाया नहीं गया है।

तीन अलग समूह में मनोज कुमार यादव, राजू राय, प्रमोद, किरण देवी, कुसुमी देवी ,सत्य नारायण यादव, रणवीर कुमार, विश्वजीत राय,कुंदन, प्रभात, मोनू तथा राम प्रसाद सहनी, प्रवीण राय, राजन शर्मा, राजदेव शर्मा ,पानवती देवी शामिल थे।

chat bot
आपका साथी