कोरोना मरीजों के लिए ईवीएम गोदाम में भी सौ बेड की व्यवस्था

कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि को देखते हुए डीएम प्रणव कुमार ने समीक्षा बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 01:38 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 01:38 AM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए ईवीएम गोदाम में भी सौ बेड की व्यवस्था
कोरोना मरीजों के लिए ईवीएम गोदाम में भी सौ बेड की व्यवस्था

मुजफ्फरपुर : कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि को देखते हुए डीएम प्रणव कुमार ने समीक्षा बैठक की। इसमें सैंपलिग, जांच, कांटेक्ट, ट्रेसिग, टीकाकरण की स्थिति कंटेनमेंट जोन, पॉजिटिव मरीजों के दैनिक फॉलोअप की समीक्षा की। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को तत्परता से कार्य करना सुनिश्चित कराने को कहा। स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि एसकेएमसीएच में कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है। निजी अस्पतालों में भी मरीज इलाजरत हैं। डीएम ने निर्देश दिया शहर के सभी महत्वपूर्ण नर्सिंग होम के संचालकों की बैठक दो दिनों में बुलाई जाए। इससे कोरोना पर नियंत्रण को लेकर उनका अपेक्षित सहयोग लिया जा सके। अन्य बिदुओं पर भी उनके साथ विचार-विमर्श किया जाएगा। ग्लोकल अस्पताल में 60 बेड की व्यवस्था है। यहां माइल्ड से मॉडरेट मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके अतिरिक्त अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास, सिकंदरपुर में माइल्ड मरीजों के लिए 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही ईवीएम गोदाम का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यहां न्यूनतम सौ बेड की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार एवं सहायक समाहर्ता ने इसका विजिट भी किया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि गत वर्ष से 14 अप्रैल 2021 तक 956148 जांच की गई। इसमें 13,450 पॉजिटिव मरीज मिले। अब तक 105 व्यक्तियों की मौत हुई है। वहीं पिछले सात दिनों में कुल 1514 पॉजिटिव मिले। यह भी बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 397 और शहरी क्षेत्रों में 455 कुल 852 कंटेनमेंट जोन बनाए गए। अभी ग्रामीण क्षेत्र में 124 एवं शहरी क्षेत्र में 329 मिलाकर कुल 453 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 273 और शहरी क्षेत्र में 126 को मिलाकर 399 कंटेनमेंट जोन हटा दिए गए हैं।

डीएम ने मास्क अभियान को गति देने को लेकर सख्त निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि आमलोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान को और गति दें। बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन डॉ. अजय कुमार, अपर समाहर्ता पीजीआरओ अशोक कुमार सिंह, एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार, एसडीओ पश्चिमी डॉ. अनिल कुमार दास, सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी समेत स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी