पीजी के आठ हजार से अधिक आवेदन में गड़बड़ी, पांच हजार आवेदन होंगे निरस्त

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर पीजी के लिए आए आवेदन में 50 फीसद में गड़बड़ी पाई गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 01:42 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 01:42 AM (IST)
पीजी के आठ हजार से अधिक  आवेदन में गड़बड़ी, पांच हजार आवेदन होंगे निरस्त
पीजी के आठ हजार से अधिक आवेदन में गड़बड़ी, पांच हजार आवेदन होंगे निरस्त

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर पीजी के लिए आए आवेदन में 50 फीसद में गड़बड़ी पाई गई है। इन आवेदनों की स्क्रूटनी का कार्य शुरू है। जिन आवेदनों में थोड़ी बहुत गड़बड़ी है उसमें सुधार किया जा रहा है, लेकिन जिन छात्रों ने अंक बढ़ाकर डाल दिया है उनके आवेदन को निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं कई अभ्यर्थियों ने एक ही नाम से दो आवेदन कर दिया है। पहले में कॉलेज का विकल्प दूसरा था वहीं दूसरे में कॉलेज का विकल्प कर आवेदन किया गया है। इन आवेदनों को भी चिह्नित किया जा रहा है। यूएमआइएस कोऑर्डिनेटर प्रो.ललन झा ने बताया कि पीजी में नामांकन के लिए कुल 17528 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से करीब आठ हजार अभ्यर्थियों के आवेदन में गड़बड़ी है। गड़बड़ी की संख्या और बढ़ सकती है। कई छात्रों ने तो जान बूझकर अंक को बढ़ाकर डाल दिया है। ऐसे आवेदनों को निरस्त कर दिया जाएगा। जिनमें सामान्य गड़बड़ी है उसे सुधार किया जा रहा है। इसमें एक-दो दिन का समय लग सकता है। ऐसे में मेधा सूची जारी करने में समय लगेगा। बताया कि पांच हजार से अधिक आवेदन इसबार निरस्त किए जाएंगे। बता दें कि पिछले वर्ष भी पीजी में करीब चार हजार से अधिक छात्रों का आवेदन निरस्त किया गया था। 5350 हैं सीटे, कई विषयों के कटआफ 70 के पार : पीजी में बीआरए बिहार विवि के विभागों और कॉलेजों को मिलाकर 5350 सीटें निर्धारित हैं। इसके विरूद्ध 17 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। कई विषयों में तो सीट से पांच गुणा अधिक आवेदन आया है। इनका कटआफ 70 से अधिक जा सकता है। अधिक कटआफ वाले विषयों में गणित, भौतिकी, जूलॉजी, कॉमर्स, इतिहास समेत कई अन्य विषय शामिल हैं। वहीं कई विषयों में कम आवेदन आने के कारण सीटें खाली रह जाएंगी।

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