Lalit Narayan Mithila University: सीइटी-बीएड की दूसरी सूची के आधार पर नामांकन शुरू
Lalit Narayan Mithila University 23 अक्टूबर तक अंश शुल्क जमा कर अभ्यर्थी ले सकते आवंटित कालेजों में नामांकन पहली चयन सूची के आधार पर 15698 अभ्यर्थियों ने बीएड कालेजों में कराया नामांकन शेड्यूल पर ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
दरभंगा, जासं। सीइटी-बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा बीएड में दूसरी चयन सूची के आधार पर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। काउंसिलिंग के आधार पर नामांकन के लिए 19351 अभ्यर्थियों को कालेज आवंटित किया गया था। 18 से 23 अक्टूबर तक चलने वाली नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन 365 अभ्यर्थियों ने विभिन्न बीएड कालेजों में नामांकन सुनिश्चित कराया है।
बता दें कि दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में रिक्त सीटों पर नामांकन के लिए 11 अक्टूबर को दूसरी सूची जारी की गई थी। इन अभ्यर्थियों को 21 अक्टूबर तक आवंटित कालेजों में नामांकन सुनिश्चित कराना है। इधर 18 अक्टूबर तक दूसरी काउंसिलिंग के आधार पर 19351 में से मात्र 4495 अभ्यर्थियों ने बीएड कालेजों में नामांकन के लिए अंश भुगतान किया है।
सीइटी-बीएड राज्य नोडल केंद्र द्वारा जारी पहली चयन सूची में बिहार के विभिन्न बीएड कालेजों में नामांकन के लिए 35843 अभ्यर्थियों को कालेज आवंटित किया गया था। इसमें मात्र 15698 अभ्यर्थियों ने नामांकन लिए हैं। राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि पहले से ही तय शेड्यूल पर ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। काउंसिङ्क्षलग के बीच दुर्गा पूजा पडऩे के बावजूद शेड्यूल को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। शेड्यूल इस प्रकार बनाया गया है कि काउंसिङ्क्षलग की प्रक्रिया पूरी करने में दुर्गा पूजा बीच में होने पर भी अभ्यर्थियों को कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अभ्यर्थी तय समय पर बीएड कालेजों में नामांकन लेकर आगे की पढ़ाई की शुरुआत करेंगे। जिन अभ्यर्थियों ने कालेजों में नामांकन नहीं लिया है, वे प्रमाण-पत्रों-अभिलेखों की स्व-अभिप्रमाणित फोटो कॉपी (एक सेट) एवं मिलान के लिए सभी प्रमाण-पत्रों की मूल प्रति के साथ निर्धारित तिथि, समय एवं स्थान पर उपस्थित होकर नामांकन ले सकते हैं। प्रो. मेहता ने कहा कि प्रमाण-पत्र सत्यापन के समय बी.एड महाविद्यालयों/संस्थानों में अभ्यर्थियों को अगर किसी भी प्रकार की असुविधा होती है तो वे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके मदद ले सकते हैं।