इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की परीक्षा तय नहीं होने से बढ़ रही विद्यार्थियों की बेचैनी, जानें पूरी स्थिति

छात्रों ने यूजीसी और एआइसीटीई से संपर्क साधा। 50 फीसद पिछले सेमेस्टर के प्रदर्शन और 50 फीसद अंक इंटरनल एसेसमेंट और प्रोजेक्ट के आधार पर देकर प्रमोट करने की मांग।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 08:45 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 08:45 AM (IST)
इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की परीक्षा तय नहीं होने से बढ़ रही विद्यार्थियों की बेचैनी, जानें पूरी स्थिति
इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की परीक्षा तय नहीं होने से बढ़ रही विद्यार्थियों की बेचैनी, जानें पूरी स्थिति

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीटेक, बीफार्मा समेत इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न ब्रांच की अंतिम वर्ष की परीक्षा तय नहीं होने से विद्यार्थियों की बेचैनी बढ़ रही है। समस्या यह है कि अंतिम वर्ष के अधिकतर विद्यार्थियों का जॉब प्लेसमेंट हो चुका है लेकिन परीक्षा में विलंब के कारण वहां योगदान नहीं कर पा रहे हैं।

इस पर शीघ्र फैसला लेने की जरूरत

कई विद्यार्थियों को कंपनियों ने फोन कर योगदान के संबंध में पूछा। लेकिन, छात्रों ने परीक्षा नहीं होने की जानकारी दी और थोड़ा समय देने को कहा। परीक्षा को लेकर छात्रों ने यूजीसी और एआइसीटीई से भी संपर्क साधा है। छात्र रोशन साहु ने एआइसीटीई को लिखा कि अबतक विद्यार्थियों ने कभी परीक्षा नहीं लेने या बिना परीक्षा लिए प्रमोट करने की मांग नहीं की है। लेकिन, वर्तमान स्थिति और विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए इस पर शीघ्र फैसला लेने की जरूरत है।

परीक्षा में अनावश्यक विलंब हो रहा

अंकित ने लिखा कि परीक्षा में अनावश्यक विलंब हो रहा है। अन्य राज्यों में फाइनल इयर के विद्यार्थियों को भी प्रमोट किया जा रहा है। ऐसे में यहां भी विद्यार्थियों को प्रमोट करते हुए परिणाम जारी कर देना चाहिए, ताकि वे कंपनियों में योगदान दे सकें। एमआइटी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन के अंतिम वर्ष के छात्र हिमांशु ने बताया कि उनका टीसीएस में प्लेसमेंट हुआ था। जुलाई में उन्हें ज्वाइङ्क्षनग देनी थी। लेकिन, अबतक परीक्षा की तिथि जारी नहीं हुई है। ऐसे में वे परेशान हैं।

विवि को विकल्प तलाशना जरूरी

कहा कि ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन तो अभी मुश्किल ही है। ऐसे में विवि को विकल्प तलाशना चाहिए ताकि विद्यार्थियों के भविष्य पर इसका दुष्परिणाम नहीं पड़े। इसी कोर्स के प्रणय ने कहा कि विवि को परीक्षा का आयोजन कब होगा यह स्पष्ट कर देना चाहिए। क्योंकि, अन्य राज्यों में 50 फीसद पिछले सेमेस्टर के प्रदर्शन और 50 फीसद अंक इंटरनल एसेसमेंट और प्रोजेक्ट के आधार पर दिया जा रहा है। विवि को 50-50 फॉर्मूले पर ही विचार करने की जरूरत है। प्रणय का भी प्लसमेंट हो चुका है। जुलाई में उनकी ज्वाइनिंग होनी थी। लेकिन, अब इसमें समय लग सकता है। प्रो.एचसी वर्मा ने कहा कि अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा को लेकर यूजीसी और एआइसीटीई के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।  

chat bot
आपका साथी